Dhanbad News : आरएस मोर कॉलेज में युवा दिवस के उपलक्ष्य पर प्रभात खबर का संवाद कार्यक्रम

विद्यार्थियों ने ओपन क्विज में लिया भाग, प्रस्तुत किये सांस्कृतिक कार्यक्रम, शोध के क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले युवा शिक्षक किये गये सम्मानित

By Prabhat Khabar News Desk | January 12, 2025 2:21 AM

गोविंदपुर स्थित आरएस मोर महाविद्यालय में शनिवार को युवा दिवस के उपलक्ष्य पर प्रभात खबर की ओर से संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया. कॉलेज के विवेकानंद सभागार में आयोजित इस कार्यक्रम का विषय ‘आज के दौर में स्वामी विवेकानंद जी की प्रासंगिकता”” था. इसका मुख्य उद्देश्य युवाओं को स्वामी विवेकानंद के विचारों और उनके जीवन से परिचित कराना था. स्वामी विवेकानंद का संदेश ‘उठो, जागो और तब तक मत रुको, जब तक लक्ष्य प्राप्त न हो जाये’ आज भी युवाओं को प्रेरित करता है.

कॉलेज के प्राचार्य डॉ प्रवीण कुमार सिंह ने युवाओं को स्वामी विवेकानंद से प्रेरणा लेकर आत्मनिर्भरता, साहसी और राष्ट्रीयता के प्रति जागरूक रहने का संदेश दिया. उन्होंने कहा कि आज 100 वर्ष से अधिक समय बीतने के बाद भी स्वामी विवेकानंद जी के विचार प्रासंगिक हैं. स्वामी विवेकानंद भारतीय संस्कृति, अध्यात्म और मानवता के प्रतीक थे. उनके विचार पूरी मानवता के लिए प्रेरणास्रोत हैं. उनका संदेश न केवल व्यक्तिगत विकास बल्कि समाज और राष्ट्र के उत्थान का मार्ग प्रशस्त करता है. उन्होंने युवाओं को शिक्षा को केवल आजीविका का साधन मानने के बजाय, व्यक्तित्व विकास और समाज सेवा का माध्यम बनाने पर जोर दिया. स्वामीजी ने अपने समय में भारत के युवाओं को जागरूक किया और उनका मनोबल बढ़ाया. उन्होंने कहा कि स्वामी विवेकानंद के विचार आज की चुनौतियों जैसे मानसिक तनाव और सामाजिक असमानता का समाधान प्रस्तुत कर सकते हैं. कार्यक्रम की अध्यक्षता कॉलेज प्राचार्य डॉ प्रवीण सिंह ने की. मुख्य अतिथि वरिष्ठ पत्रकार जीवेश रंजन सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि स्वामी विवेकानंद ने जीवन में सकारात्मक सोच और आत्म विश्लेषण पर जोर दिया. जैसा आप सोचते हैं, वैसा ही बन जाते हैं. इसलिए, सकारात्मकता और ऊर्जावान दृष्टिकोण से जीवन को देखना चाहिए.

ओपन क्विज प्रतियोगिता :

कार्यक्रम के दौरान छात्रों के लिए ओपन क्विज का आयोजन किया गया. इसमें 30 से अधिक प्रश्न पूछे गये. इनमें से आधे प्रश्न स्वामी विवेकानंद के जीवन और विचारों पर आधारित थे. अन्य प्रश्न समसामयिक घटनाओं, बीबीएमकेयू और झारखंड से संबंधित थे. क्विज में छात्रों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया. सही उत्तर देने वाले विद्यार्थियों को स्वामी विवेकानंद से संबंधित साहित्य और कलम देकर सम्मानित किया गया.

युवा शिक्षक और छात्र सम्मानित :

कार्यक्रम में कॉलेज के बॉटनी विभाग के सहायक प्रोफेसर डॉ रामचंद्र जेना को उनके उत्कृष्ट शोध कार्य के लिए सम्मानित किया गया. उनके रिसर्च को प्रतिष्ठित जर्नल ने प्रकाशित किया है. उनके नाम 40 शोध पत्र हैं. इसके साथ ही बीबीएमकेयू युवा महोत्सव में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले कॉलेज के छात्रों को प्रशस्ति पत्र और स्वामी विवेकानंद से संबंधित साहित्य देकर सम्मानित किया गया.

सांस्कृतिक कार्यक्रम :

इस अवसर पर सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया. प्रथम सेमेस्टर की छात्रा डालिया आर्य ने स्वामी विवेकानंद को समर्पित एक नृत्य की प्रस्तुति दी, जिसे दर्शकों ने खूब सराहा. वहीं पांचवें सेमेस्टर के छात्र रौशन कुमार सिंह ने बांग्ला भाषा में विवेकानंद को समर्पित गीत प्रस्तुत किया. कार्यक्रम का संचालन प्रो अंजु कुमारी ने और धन्यवाद ज्ञापन डॉ अजीत कुमार बरनवाल ने किया. आयोजन को सफल बनाने में डॉ संदीप कुमार, बिनोद एक्का के साथ और कॉलेज के सभी शिक्षकों, शिक्षकेतर कर्मचारियों व छात्रों की सक्रिय भूमिका रही.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

Next Article

Exit mobile version