रोटी मशीन से कैदी घायल, इंफेक्शन के कारण काटी जायेगी अंगुली

जामताड़ा जेल में बंद कैदी को पहले सदर अस्पताल जामताड़ा में भर्ती कराया गया था. स्थिति गंभीर होने पर धनबाद मेडिकल कॉलेज किया गया रेफर.

By Prabhat Khabar News Desk | September 6, 2024 2:11 AM

वरीय संवाददाता, धनबाद.

जामाताड़ा जेल में बंद कैदी मंटू मंडल (32 वर्ष) को गुरुवार को शहीद निर्मल महतो मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (एसएनएमएमसीएच) में भर्ती कराया गया है. जेल से पुलिस की सुरक्षा में कैदी को गुरुवार की शाम धनबाद मेडिकल कॉलेज लाया गया. जामताड़ा जेल में बंद कैदी मंटू मंडल की अंगुली रोटी बनाने के दौरान मशीन के संपर्क में आने से कट गयी थी. जेल प्रशासन ने इलाज के लिए पहले उसे जामताड़ा सदर अस्पताल में भर्ती कराया था. सदर अस्पताल के चिकित्सकों ने उसकी अंगुली को जोड़ने के लिए स्टिच कर दिया. बाद में अंगुली में इंफेक्शन हो गया और अंगुली काली पड़ गयी. गंभीर स्थिति को देखते हुए गुरुवार को सदर अस्पताल, जामताड़ा से उसे एसएनएमएमसीएच धनबाद रेफर कर दिया गया. कैदी मंटू मंडल को एसएनएमएमसीएच के इमरजेंसी में रखा गया है. उसका इलाज शुरू कर दिया गया है. चिकित्सकों के अनुसार इंफेक्शन पूरी अंगुली में फैल गया है. चिकित्सकों ने इंफेक्टेड अंगुली का ऑपरेशन कर हटाने की सलाह दी है.

सहमी दिखी जामताड़ा पुलिस, अस्थायी कैदी वार्ड में रखने से किया मना:

गुरुवार की शाम जामताड़ा जेल में बंद कैदी मंटू मंडल को मेडिकल कॉलेज धनबाद लाने पर उसे कैथलैब में बने अस्थायी कैदी वार्ड में जगह दी गयी. जब जामताड़ा पुलिस कैदी को लेकर वहां पहुंची, तो सुरक्षा संबंधित कोई इंतजाम नहीं देख वापस इमरजेंसी की ओर लौट गयी. जामताड़ा जेल पुलिस ने साफ तौर पर कैथलैब में रुकने से मना कर दिया. हाल ही हजारीबाग मेडिकल कॉलेज में भर्ती कैदी द्वारा जेल पुलिस के जवान की हत्या कर भाग जाने की घटना का खौफ जामताड़ा जेल पुलिस के जवानाें पर साफ दिख रहा था. बाद में जेल पुलिस के आग्रह पर कैदी को इमरजेंसी में बेड उपलब्ध कराया गया. कैदी की सुरक्षा को लेकर आपस में उलझे जवान : कैदी मंटू मंडल की सुरक्षा को लेकर जामताड़ा जेल पुलिस के जवान आपस में ही उलझ गये. मेडिकल कॉलेज में कैदी वार्ड न होने और सुरक्षा का इंतजाम नहीं होने पर एक जवान ने कैदी को वापस जामताड़ा ले चलने की बात कही, पर दूसरा जवान तैयार नहीं हुआ. उसका कहना था कि प्रशासन का निर्देश कैदी को अस्पताल में भर्ती करना है. इसे लेकर दोनों जवानों के बीच लंबे समय तक विवाद चला.

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