धनबाद.
रेलवे से अब कोई भी निजी अस्पताल जुड़ पायेगा. इसके लिए अस्पताल प्रबंधन की ओर से रेलवे को इच्छा की अभिव्यक्ति देनी होगी. रेलवे को लगेगा कि इस अस्पताल में उनके कर्मचारियों के लिए पर्याप्त सुविधा है तो उसके साथ इनपैनल कर लिया जायेगा. रेलवे की ओर से इसकी पहल हुई है, ताकि कर्मचारी और उनके आश्रित अपने क्षेत्र के नजदीक के अस्पताल से इलाज करा पायें. अभी तक रेलवे सिर्फ कुछ बड़े अस्पतालों के साथ इनपैनल करती आ रही है. जरूरत पड़ने पर रेलवे कर्मचारियों को उन्हीं अस्पतालों में इलाज कराना पड़ता है, लेकिन रेलवे की ओर से इच्छुक निजी अस्पतालों से उनकी सहमति मांगी गयी है. रेलवे की ओर से इसका नोटिस जारी किया गया है.12 अस्पताल है टाइअप :
रेलवे के कर्मचारियों के इलाज के लिए 12 निजी अस्पताल से इनपैनल किया गया है. इसमें धनबाद के तीन, रांची के पांच, दुर्गापुर के तीन और वाराणसी का एक अस्पताल है. इसके अलावा किसी भी निजी अस्पताल में इलाज नहीं होता है.इन जिलों को मिलेगा फायदा :
धनबाद रेल मंडल के क्षेत्राधीन में धनबाद, रांची, रामगढ़, डाल्टनगंज, हजारीबाग, कोडरमा, पश्चिम बंगाल के दुर्गापुर, वाराणसी, मुगलसराय, उत्तर प्रदेश के चंदौली व मध्य प्रदेश के सिंगरौली क्षेत्र में अवस्थित निजी अस्पताल दो वर्षों के लिए इनपैनल हो सकते है. इसमें सीजीएचएस, इएसआइ, इसीएचएस से पैनलबद्ध निजी अस्पताल के साथ अन्य निजी अस्पताल भी इन पैनल हो सकते है.होना है दर तय :
अस्पतालों को सीजीएचएस दर या उससे कम दर पर रेल कर्मचारियों व उनके आश्रितों को सुविधा देनी होगी. सभी जिलों में रहने वाले कर्मचारियों और उनके आश्रितों को लाभ मिल पायेगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है