संरक्षित रेल परिचालन के लिए रनिंग कर्मियों को मिले सुविधा : डीबी दीन गोमो. ऑल इंडिया रनिंग लोको पायलट एसोसिएशन (अलारसा) सेंट्रल कमेटी के आह्वान पर भारतीय रेल के सभी लोको शेडों के समक्ष एसोसिएशन के सदस्यों ने चार घंटे मुंडी गरम प्रदर्शन किया. इसको लेकर गोमो में भी प्रदर्शन किया गया. उसके बाद वरीय मंडल विद्युत अभियंता (टीआरएस) गोमो को ज्ञापन सौंपा गया. अलारसा के जोनल संयुक्त महासचिव डीबी दीन ने कहा कि बाहर के तापमान से 10 डिग्री ज्यादा इंजन के अंदर में तापमान रहता है, जो काफी असहनीय है. इस प्रतिकूल स्थिति में ड्यूटी करने पर कार्यक्षमता घटती है. लोको रनिंग कर्मचारी बीमार पड़ रहे हैं. सरकारी गाइडलाइन के अनुसार इंजन को एसी बनाना है. पुराना इंजन को समाप्त नहीं किया जा रहा है और न ही उसमें एसी लगाने की व्यवस्था की जा रही है. इंजन में बैठने की सीट की स्थिति बहुत बदतर है. इस वजह से लोको रनिंग कर्मियों को कमर दर्द तथा नस की समस्या का शिकार होना पड़ रहा है. यह सुरक्षित तथा संरक्षित ट्रेन परिचालन के लिए अच्छा संकेत नहीं है. कहा कि मांकगों पर विचार नहीं होने की स्थिति में आंदोलन को और भी तेज किया जायेगा. मौके पर विजय कुमार, विजय प्रसाद, बबल कुमार, एसके पांडेय, पीके निराला, कश्यप मुनि, आरके नायक, रंजीत कुमार, एमएन रजा, अरविंद कुमार, मंटू कुमार आदि थे. क्या हैं प्रमुख मांगें: सहायक लोको पायलट को सालों भर एफएसडी सहित टूल्स ढुलवाकर कुली न बनाया जाए इंजन में ही एफएसडी, टूल्स किट लगाने की व्यवस्था हो, सभी प्रकार के इंजन में एसी लगाया जाए, सभी प्रकार की लाइट, वाइपर, सैंडर प्रॉपर कार्य करे, कैब की छत दुरुस्त हो ताकि बरसात में पानी नहीं टपके. सीवीवीआरएस से चालक दल के हो रहे निजता हनन पर रोक लगे, सीट को आरामदायक व इंजन का कैब इको फ्रेंडली बनाया जाए.
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