मुख्य संवाददाता, धनबाद.
नगर निगम को लगभग 35 हजार हाउस होल्ड से टैक्स नहीं आ रहा है. नगर निगम के पोर्टल में होल्डिंग धारक का नाम तो दिख रहा है, लेकिन पिछले कई वर्षों से वे लोग टैक्स नहीं दे रहे हैं. इसमें सबसे अधिक मामला खाली जमीन का है. नगर निगम के मुताबिक होल्डिंग का 40 फीसदी मामलों में डबलिंग हुई है, जो खाली जमीन से जुड़ा है. खाली जमीन का एसेसमेंट कराने के बाद उसे बेच दी गयी. खरीदार ने दाखिल-खारीज कराने के बजाय डीड के आधार पर नया होल्डिंग नंबर ले लिया. पुराने होल्डिंग को भी बंद नहीं किया गया. कुछ मामले एक ही हाउस होल्ड के दो-दो होल्डिंग नंबर जनरेट किये गये हैं. जिस हाउस होल्ड का लाखों का प्रोपर्टी टैक्स बकाया था, उसी घर का दूसरा होल्डिंग नंबर जनरेट कर लिया गया है. यह खेल 2016 से चल रहा है. मामले की जांच हो तो एजेंसी के साथ निगम के कई कर्मचारियों पर गाज गिर सकती है.10 हजार होल्डिंग खाली जमीन की :
होल्डिंग में डबलिंग के सबसे अधिक मामले जमीन से जुड़े हैं. 3500 लोग खाली जमीन का टैक्स दे रहे हैं. 7500 लैंड लॉड टैक्स नहीं दे रहे हैं. ऐसे लैंड लॉड को नगर निगम नोटिस भेज रहा है. म्युनिसिपल एक्ट के तहत कार्रवाई की जायेगी.बोले अधिकारी :
सहायक नगर आयुक्त प्रकाश कुमार ने कहा कि श्री पब्लिकेशन को सात दिनों के अंदर तीन हजार जियो टैग, पांच हजार नया सैफ जनरेट करने तथा एक लाख से अधिक बकायेदारों को नोटिस देने का निर्देश दिया गया है. जो होल्डिंग धारक टैक्स नहीं दे रहे हैं, इसके अलावा डबलिंग मामले की जांच करायी जा रही है. किस अंचल में कितना होल्डिंग नंबरधनबाद : 58000(लगभग)कतरास : 6000(लगभग)
छाताटांड़ : 15000(लगभग)झरिया : 2500(लगभग)
सिंदरी : 3000(लगभग)डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है