मोदीडीह में आवास तोड़ने का विरोध, बैरंग लौटा मोदीडीह कोलियरी प्रबंधन
रैयतों ने घर तोड़ने का किया विरोध
सिजुआ क्षेत्र की मोदीडीह कोलियरी अंतर्गत तेतुलमुड़ी पैच जमीन के अभाव में एक पखवारा से बंद है. बीसीसीएल जल्द से जल्द आउटसोर्सिंग कंपनी को जमीन खाली कराकर देना चाहता है. इसी के तहत शनिवार को मोदीडीह प्रबंधन 6/10 कॉलोनी के समीप पुराना आवास ध्वस्त करने पहुंचा, जहां ग्रामीणों के भारी विरोध का सामना करना पड़ा. विरोध उग्र होता देख अधिकारी पेलोडर व हाइवा लेकर बैरंग लौट गये. मशीन के आगे रैयत खड़े हो गये. महिला, पुरुष हाथों में लाठी डंडा से लैस थे. इस दौरान अधिकारियों के साथ रैयतों की नोकझोंक भी हुई. अधिकारियों ने सीआइएसएफ जवानों को भी बुलावा लिया, किंतु रैयतों का रुख देख प्रबंधन ने वहां से हटने में ही भलाई समझी. मशीनों के वापस जाने के बाद सभी रैयत कोलियरी कार्यालय के सामने प्रदर्शन कर धरना पर बैठ गये. रैयतों ने कहा कि ब्लास्टिंग जोन की सारी जमीन को परियोजना का कार्य शुरू होने से पहले अधिग्रहण का वादा प्रबंधन ने किया था, लेकिन अब वादा से मुकर रहा है. रैयत विष्णु महतो ने कि अगर प्रबंधन अपनी हरकतों से बाज नहीं आता है, तो हमलोग उग्र आंदोलन करेंगे. मौके पर काली महतो, दीपक महतो, विकास महतो, सुधीर महतो, अरुण महतो, पुष्पा देवी, कविता देवी, कोमल देवी, शलैश महतो, ओम महतो, बाबूलाल महतो आदि शामिल थे.
क्या कहते हैं प्रबंधक
इस मामले में मोदीडीह कोलियरी प्रबंधक दशरथ सिंह ने कहा कि ग्रामीणों के जमीन के मामले में फिलहाल सिजुआ एरिया प्रबंधन सांसदों से वार्ता कर रहा है. जल्द ही मामले को सुलझा लिया जायेगा. फिलहाल जमीन पर से मशीनों को हटा लिया गया है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है