धनबाद/गोमो.
रेल यूनियन मान्यता के लिए चुनाव चार दिसंबर से शुरू होगा. चुनाव आचार संहिता को लेकर सोमवार की सुबह आठ बजे चुनाव प्रचार थम गया है. हांलांकि जनसंपर्क और सोशल मीडिया पर आरोप प्रत्यारोप का दौर जारी है. पूर्व मध्य रेल के हाजीपुर जोन के लगभग 78 हजार रेलकर्मी यूनियन की मान्यता का फैसला करेंगे. हाजीपुर जोन के धनबाद रेल मंडल में सबसे अधिक 21848 मतदाता है. हाजीपुर जोन में यूनियन की मान्यता के लिए 4, 5 तथा छह दिसंबर को मतदान होगा. इसमें धनबाद रेल मंडल, पीडीडीयू रेल मंडल, दानापुर रेल मंडल, समस्तीपुर रेल मंडल, सोनपुर रेल मंडल, हरनौत रेल कारखाना, प्लांट डिपो पीडीडीयू तथा समस्तीपुर वर्क शॉप के लगभग 78 हजार रेलकर्मी मतदान करेंगे.ये हैं चुनाव मैदान में :
ईस्ट सेंट्रल रेलवे कर्मचारी यूनियन, ईस्ट सेंट्रल रेलवे मेंस कांग्रेस, ईस्ट सेंट्रल रेलवे इम्प्लाइज यूनियन, पूर्व मध्य रेल मजदूर कांग्रेस, पूर्व मध्य रेल मजदूर संघ तथा स्वतंत्र रेलवे बहुजन कर्मचारी यूनियन. इनमें से कुछ यूनियन रेलकर्मियों के बीच अपनी उपलब्धियों को गिनाने में व्यस्त हैं. वहीं कुछ यूनियन के नेता दूसरी यूनियन की नाकामियों तथा कर्मियों की समस्याओं को बता रहे हैं. हाजीपुर जोन में इसीआरकेयू को पिछले दो चुनाव से एकमात्र मान्यता प्राप्त यूनियन होने का गौरव प्राप्त है. इस चुनाव में इसीआरकेयू को अपनी साख बचाने की बहुत बड़ी चुनौती है. आगामी 12 दिसंबर को मतगणना के बाद चुनावी नतीजा सामने आयेगा.इन बूथों पर टिकी हैं निगाहें :
धनबाद, गोमो, कोडरमा, बरकाकाना, पतरातू तथा बरवाडीह में रेलकर्मियों की संख्या ज्यादा है. इन बूथों पर यूनियन नेताओं का विशेष फोकस है.कहां कितने मतदाता :
धनबाद में 4014, गोमो में 2673, कोडरमा में 1711, पिपराडीह में 413, कतरास में 476, गोमिया में 378, पाथरडीह में 763, चंद्रपुरा में 738, बरकाकाना में 1443, पतरातू में 1548, टोरी में 958, लातेहार में 360, बरवाडीह में 1326, डाल्टेनगंज में 447, रेणुकूट में 611, गढ़वा रोड में 200, विंढमगंज में 369, ओबरा में 408, चोपन में 855, सिंगरौली में 809, शक्तिनगर में 817 तथा हजारीबाग टाउन में 132 मतदाता रेलकर्मी है. धनबाद रेल मंडल में विद्युत लोको शेड गोमो के बूथ नंबर सात पर सबसे अधिक 984 मतदाता हैं.तीन दिन होगा मतदान :
सभी रेलकर्मी चार तथा पांच दिसंबर को मतदान करेंगे. रनिंग कर्मचारी को डयूटी के लिए होम स्टेशन से बाहर जाना पड़ता है. इसलिए छह दिसंबर को केवल रनिंग कर्मचारियों को मतदान करने का मौका मिलेगा.पोस्टरों से पटा स्टेशन परिसर :
पूर्व मध्य रेलवे में मान्यता पाने के लिए छह यूनियन चुनावी मैदान में है. सभी यूनियन स्टेशन परिसर में मतदाता रेलकर्मियों को रिझाने के लिए महत्वपूर्ण जगहों को पोस्टर से पाट दिया है.मान्यता पाने का क्या है पैमाना : पहली शर्त – यूनियन को जोनल स्तर पर मान्यता प्राप्त करने के लिए कुल मतों का 30 फीसदी मत हासिल करना होगा. पहली शर्त पर किसी यूनियन के खरा नहीं उतरने पर दूसरी शर्त में वैध मतों का 35 फीसदी मत पाना होगा. उक्त दोनों शर्तों में दो यूनियन को भी मान्यता मिल सकती है. पहली और दूसरी शर्त पूरा नहीं करने पर तीसरी शर्त के अनुसार 35 फीसदी के नजदीक सबसे अधिक मत पाने वाली एक यूनियन को मान्यता मिलेगी. चौथी शर्त- अगर सभी यूनियन को वैध मतों का 20 फीसदी से कम मत प्राप्त हुआ, तो किसी यूनियन को जोनल स्तर पर मान्यता नहीं मिलेगी.
फेडरेशन को कैसे मिलेगी मान्यता :
फेडरेशन से संबंधित यूनियन को भारतीय रेल के कम से कम दस जोन में मान्यता मिलने पर फेडरेशन को केंद्रीय स्तर पर मान्यता मिलेगी. इस शर्त को पूरा नहीं करने वाले फेडरेशन को केंद्रीय स्तर पर होने वाली बैठक में भाग लेने से वंचित कर दिया जायेगा. केवल मान्यता प्राप्त फेडरेशन ही रेलकर्मियों के मुद्दों को केंद्रीय स्तर की बैठक में उठा पायेगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है