प्रशासन-प्रबंधन की धरना से उठने की अपील को रैयतों ने ठुकराया
33वें दिन रैयतों का धरना जारी
जमीन के बदले नियोजन व मुआवजा की मांग को लेकर सुरूंगा मौजा के रैयत हाड़ीगोडा शिव मंदिर के समीप 33 दिन से धरना पर हैं. शुक्रवार को बलियापुर सीओ सुदीप एकका, लोदना जीएम निर्झर चक्रवर्ती, भू-संपदा पदाधिकारी इश्तियाक अहमद व अलकडीहा पुलिस वहां पहुंची और रैयतों से मामले की जानकारी ली. रैयतों ने कहा कि जमीन अधिग्रहण के पहले प्रबंधन को ग्रामसभा कर रैयतों का विचार लेना चाहिए था. लेकिन ऐसा नहीं किया गया. अब बीसीसीएल प्रबंधन को खतियानी जमीन 22 एकड अधिग्रहण करने नहीं देंगे.अगर प्रबंधन को दे दे हैं तो उनके वंशज रिफ्यूजी हो जायेंगे. कहा कि विरोध के बावजूद 11 एकड़ जमीन पर देवप्रभा आउटसोर्सिंग द्वारा जबरन ओबी डंप किया गया है. इतना ही नहीं, सरकारी पुराना तालाब व श्मशान घाट को ओबी गिराकर ढंक दिया गया है. प्रबंधन के लोग धमकी देते हैं. इसको लेक प्रबंधन ने आउटसोर्सिंग निदेशक एलबी सिंह व रैयतों के बीच बातचीत करायी. ग्रामीणों ने कहा कि लिखित आश्वासन के बाद ही धरना से हटेंगे. इस पर जीएम ने कहा कि जल्द ही इस मामले को लेकर वार्ता करायी जायेगी. उन्होंने भू-संपदा पदाधिकारी को जमीन के बदले मुआवजा भुगतान का आदेश दिया. मौके पर भजोहरि महतो, डोमन महतो, राजाराम महतो, मथुरा प्रसाद, विनोद कालिंदी, गाजू महतो, शिशिर महतो, भागीरथ महतो, सनोज कुमार महतो, मनोज कुमार महतो, शंकर महतो, अनिल महतो, पंकज महतो, संजय महतो, कृष्णा महतो, ममता महतो, काजल महतो, रेखा देवी, नमिता देवी, रीता देवी, प्रमिला देवी, रेणुका देवी आदि थे.
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