आइआइटी आइएसएम के 44वें दीक्षांत समारोह में कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग के छात्र रौनक असनानी को प्रेसिडेंट गोल्ड मेडल समेत छह पुरस्कार से सम्मानित किया गया. सर्वश्रेष्ठ सीजीपीए-ओजीपीए हासिल करने वाले रौनक ने अपनी कामयाबी का श्रेय अपनी मेहनत और माता-पिता के मार्गदर्शन को दिया है. वर्तमान में हैदराबाद की एक प्रतिष्ठित आइटी कंपनी में कार्यरत रौनक ने समारोह में अपने माता-पिता के साथ भाग लिया. गाजियाबाद के सेठ आनंदराम जयपुरिया स्कूल, वसुंधरा से अपनी स्कूली पढ़ाई पूरी करने वाले रौनक ने 2020 में जेईई एडवांस के जरिए आईआईटी (आईएसएम) में प्रवेश लिया. कोरोना महामारी के दौरान ऑनलाइन कक्षाओं से जुड़कर अपनी पढ़ाई पूरी करने वाले रौनक का कहना है कि संस्थान में लौटने पर उन्हें घर जैसा महसूस हुआ.
बचपन से साइबर सिक्यूरिटी में थी खास रुचि :
रौनक को बचपन से ही तकनीक में रुचि थी. सातवीं कक्षा से ही उन्होंने बड़ी आइटी कंपनियों की वेबसाइटों में बग ढूंढना शुरू किया. साइबर सिक्योरिटी में उनकी खास रुचि है, और कई बार बग खोजने के लिए उन्हें कैश अवार्ड भी मिला है. रौनक ने बताया कि भविष्य में वह मास्टर्स करना चाहते हैं और एक स्टार्टअप शुरू करने की भी योजना है. रौनक के पिता अमित असनानी आइटी सेक्टर में काम करते हैं, जबकि उनकी मां पलक असनानी क्लिनिकल रिसर्च पेपर की एडिटर हैं. माता-पिता को बेटे की सफलता पर गर्व है. उनकी मां बताती हैं कि रौनक ने उनकी उम्मीदों से कहीं अधिक हासिल किया है.पंचायत जैसी वेब सीरीज खास पसंद : तनाव भरी जिंदगी से राहत पाने के लिए रौनक ””पंचायत”” जैसी वेब सीरीज देख स्ट्रेस कम करना पसंद करते हैं. वे मानते हैं कि मनोरंजन मानसिक सुकून देने में मदद करता है. रौनक ने कहा कि जिस कंपनी में वे काम कर रहे हैं, उसके हेड भी आइआइटी (आइएसएम) के पूर्व छात्र हैं, जिससे कार्यस्थल पर उन्हें अपनेपन का अनुभव होता है.
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