Dhanbad News: झारखंड विधानसभा में नमाज के लिए अलग कमरा आवंटित करने के मामले में विधानसभा ने कमेटी बनायी है. हमें कमेटी की रिपोर्ट का इंतजार करना चाहिए. यह कहना है राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के प्रांतीय पदाधिकारियों का. शनिवार को यहां राजकमल सरस्वती विद्या मंदिर में पत्रकारों से बातचीत करते हुए संघ के प्रांत संचालक सच्चिदानंद अग्रवाल, प्रांत कार्यवाह संजय कुमार, सह प्रांत कार्यवाह राकेश लाल ने कहा कि झारखंड में धर्मांतरण की शिकायतें लगातार मिल रही है. कोरोना काल में यह मामला बढ़ा है.
वर्ष 2025 तक झारखंड के हर टोला, मुहल्ला में संघ की पकड़ होगी. हर स्थान पर नियमित रूप से शाखा लगेगी. उन्होंने कहा कि यहां चल रही प्रांतीय कार्यकर्ता बैठक नियमित कार्यक्रम का हिस्सा है. संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत यहां पर संगठन के विस्तार पर ही चर्चा कर रहे हैं. संघ के पदाधिकारियों ने कहा कि वर्ष 2025 में आरएसएस के सौ वर्ष पूरे हो रहे हैं. शताब्दी वर्ष में संघ का उद्देश्य हर टोला (गांव), मुहल्ला (वार्ड) में खुद को मजबूत बनाना है. झारखंड में इसको लेकर काम भी चल रहा है.
संघ के पदाधिकारियों ने कहा कि झारखंड के शहरी क्षेत्र में 847 बस्ती (10 हजार की आबादी पर एक) बनाने का निर्णय लिया गया है, जबकि ग्रामीण क्षेत्रों में 1264 मंडल बनाया जा रहा है. एक मंडल में दो से तीन राजस्व गांव होंगे. शताब्दी वर्ष तक इन स्थानों पर नियमित रूप से शाखा लगाने, मिलन समारोह आयोजित करने का कार्यक्रम है. इसको लेकर प्रचारकों के साथ बैठक में रणनीति बनायी गयी है.
विभिन्न राजनीतिक दलों की तरफ से देश में चल रहे जातीय जनगणना की मांग पर कहा कि आरएसएस का काम जातीय राजनीति करना नहीं है. संघ हिंदू का संगठन है. केवल हिंदुओं की चिंता करता है. जाति विभेद की बातें संघ कभी नहीं करता.
श्री लाल ने कहा कि कोरोना के दोनों लहर में संघ के कार्यकर्ता लगातार लोगों की मदद में लगे रहे. भोजन, दवा के अलावा अंतिम संस्कार तक करवाने में लगे रहे. कोरोना की तीसरी लहर में झारखंड के हर प्रखंड में संघ की तरफ से एक-एक आइसोलेशन सेंटर खुलेगा. इसके लिए तैयारी पूरी हो चुकी है. कार्यकर्ताओं को दो दौर का प्रशिक्षण भी मिल चुका है.
धनबाद. राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत शनिवार को 71 वर्ष के हो गये, हालांकि उनका आज का दिन भी आम दिनों की तरह गुजरा. धनबाद के तीन दिवसीय दौरे पर आये सरसंघचालक के जन्मदिन पर किसी कार्यक्रम का आयोजन नहीं किया गया. भागवत का जन्म 11 सितंबर 1950 को महाराष्ट्र के चंद्रपुर में हुआ था.
आरएसएस के एक पदाधिकारी ने नाम सार्वजनिक नहीं करने की शर्त पर कहा कि उन्होंने योजना के अनुसार धनबाद के शाखा शिक्षकों से मुलाकात की और झारखंड आरएसएस प्रांत के कार्यकारी सदस्यों के साथ चर्चा की. पदाधिकारी ने कहा कि उन्होंने कुछ ही लोगों से मुलाकात की. भाजपा, विश्व हिंदू परिषद (विहिप), भारतीय मजदूर संघ (बीएमएस) और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के नेताओं ने राजकमल सरस्वती विद्या मंदिर स्कूल के बाहर उनसे मिलने की कोशिश की, लेकिन मुलाकात नहीं हो पायी. भागवत इसी स्कूल में ठहरे हुये हैं
Posted by: Pritish Sahay