Dhanbad News : सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र गोविंदपुर से जुड़ी सहिया जुबेदा खातून (55 वर्ष) की मौत शुक्रवार को जीटी रोड पर अज्ञात वाहन के धक्के से हो गयी. घटना के बाद लोगों ने मुआवजा व मृतका के परिवार की महिला को सहिया चयनित करने की मांग को लेकर अस्पताल परिसर में तीन घंटे तक हंगामा किया. लोगों ने आरोप लगाया कि स्वास्थ्यकर्मियों की लापरवाही से जुबेदा की मौत हुई. दुर्घटना के बाद बिना मरहम पट्टी किये उन्हें रेफर कर दिया गया. रेफर करने के बाद ममता वाहन ने जुबेदा को सीएमएमएमसीएच ले जाने की जगह एक प्राइवेट नर्सिंग होम पहुंचा दिया, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया. इधर, हंगामा को देख स्वास्थ्य परिसर में लगाए गए स्वास्थ्य मेला से डॉक्टर व अन्य धीरे-धीरे खिसकने लगे. इसके बाद आक्रोशित लोगों ने शव को जमीन पर रख गेट जाम कर दिया. सूचना मिलने पर गोविंदपुर पुलिस इंस्पेक्टर रुस्तम अली एवं प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी विशेश्वर कुमार ने पीड़ित परिवार को अपनी ओर से 10-10 हजार की व्यक्तिगत सहायता दी. वहीं लिखित समझौता हुआ कि यदि पंचायत की आमसभा में जुबेदा के परिवार की किसी महिला को सहिया चुना जायेगा, तो अस्पताल प्रशासन इसे स्वीकार करेगा तथा नियमानुसार सरकारी सहायता दी जायेगी. मृतका अमरपुर गांव निवासी स्व. हसन शाह की पत्नी थी. सूचना पाकर झामुमो नेता एजाज अहमद, माथुर अंसारी, शाहनवाज अख्तर, शमीम अंसारी, सद्दाम अंसारी, अमजद अंसारी आदि अस्पताल पहुंचे और मामले का समाधान कराया. उसके बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए धनबाद भेजा गया.
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र प्रशासन दोषी नहीं : प्रभारी
प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी ने बताया कि जीटी रोड पर कहीं हुई दुर्घटना में जुबेदा गंभीर रूप से घायल हो गई थी. उसके सिर पर चोट थी. स्थिति चिंताजनक देख उसे रेफर किया गया था. इस दुर्घटना के लिए स्वास्थ्य केंद्र प्रशासन दोषी नहीं है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है