DHANBAD NEWS : बोले संत विज्ञानदेव- अध्यात्म मानव जीवन की अपरिहार्य आवश्यकता है. इससे हमारे जीवन का संपूर्ण होता है विकास

धनबाद पहुंची विहंगम योग संत समाज की राष्ट्रव्यापी संकल्प यात्रा, अनुयायियों ने किया स्वागत

By Prabhat Khabar News Desk | September 21, 2024 1:46 AM

विहंगम योग संत समाज का स्थापना दिवस का शताब्दी समारोह महोत्सव व 25000 कुंडीय स्वर्वेद ज्ञान महायज्ञ को लेकर कन्याकुमारी से कश्मीर तक निकली राष्ट्रव्यापी संकल्प यात्रा निकाली जा रही है. यात्रा के धनबाद पहुंचने पर संत प्रवर विज्ञान देव महाराज का अनुयायियों ने स्वागत किया. मौके पर टाउन हॉल में सत्संग व आध्यात्मिक कार्यक्रम हुआ. सद्गुरु सदाफल देव विहंगम योग संस्थान, प्रयागराज के सद्गुरु संत प्रवर विज्ञान देव महाराज ने अपने प्रवचन में कहा कि धनबाद विहंगम योग के साधकों की भूमि रहा है. अध्यात्म मानव जीवन की अपरिहार्य आवश्यकता है. इससे हमारे जीवन का संपूर्ण विकास होता है.

सत्संगति हमारे जीवन को निखारती है :

शरीर की पुष्टि और इंद्रियों की तृप्ति मानव जीवन का उद्देश्य नहीं हो सकता. शरीर का ध्यान रखना जितना आवश्यक है, शरीर को सबकुछ समझ कर आत्मकल्याण के मार्ग से दूर हो जाना ये श्रेष्ठ जीवन नहीं है. सत्संगति हमारे जीवनको निखारती है. आज मन पर नियंत्रण न होने से समाज में विसंगतियां बढ़ रहीं हैं. अतः मन पर नियंत्रण आवश्यक है. हमारे मन में असीम शक्ति है. ईश्वर ने हमें बड़ी शक्तियों वाला अन्तःकरण दिया है. मानव के मन में अशांति है और जब तक यह अशांति है, तब तक विश्व में शांति की कल्पना नहीं की जा सकती. मन की अशांति को विहंगम योग की ध्यान साधना के द्वारा दूर किया जा सकता है. मौके पर स्वर्वेद के दोहों की संगीतमय प्रस्तुति से सभी श्रोता मंत्रमुग्ध हो उठे. दिव्यवाणी के पश्चात मुख्य आगंतुकों को संत प्रवर के हाथों विहंगम योग का प्रधान सद्ग्रन्थ स्वर्वेद भेंट किया गया. सात जुलाई को कन्याकुमारी से शुरू हुई संकल्प यात्रा : संत प्रवर श्री विज्ञान देव जी महाराज की संकल्प यात्रा सात जुलाई को कन्याकुमारी से शुरू हो चुकी है. प्रथम चरण में दक्षिण भारत के सभी राज्यों के विभिन्न शहरों के पश्चात छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र, उड़ीसा, मध्यप्रदेश, दिल्ली, हरियाणा, बिहार के बाद झारखंड के गढ़वा, डाल्टनगंज, लातेहार, गुमला, रांची, जमशेदपुर, बोकारो, रामगढ़, हजारीबाग, बेरमो, देवघर के बाद शुक्रवार को धनबाद पहुंची. छह व सात दिसंबर 2025 को विशालतम ध्यान-साधना केंद्र (मेडिटेशन सेंटर) स्वर्वेद महामंदिर, वाराणसी के पावन परिसर में 25000 कुंडीय स्वर्वेद ज्ञान महायज्ञ होना है. उसी क्रम में यह संकल्प यात्रा हो रही है

ये थे सक्रिय :

आयोजन को सफल बनाने में प्रधान संयोजक रत्नेश कुमार सिंह, संयोजक रवींद्र कुमार अम्बष्ठ, सह संयोजक विनोद कुमार यादव, राजेश्वर प्रसाद, आशुतोष शेखर, युवा प्रभारी, अमरेंद्र सिंह, प्रधान प्रचारक, जीपी सिंह, आरडी शर्मा, ओपी सिंघम , डॉ रंजीत सिंह, कल्याण सिंह, तान सिंह सक्रियता से लगे हैं.

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