धनबाद : खादी ग्रामोद्योग आयोग संघ धनबाद में 49.49 लाख के घोटाला का मामला सामने आया है. खादी ग्रामोद्योग के नया बाजार-पुटकी स्टोर में 10.50 लाख की वित्तीय अनियमितता कर गबन कर लिया गया. मामले में तत्कालीन व्यवस्थापक मुकेश झा को निलंबत कर दिया गया है. तत्कालीन व्यवस्थापक मुकेश झा के अप्रैल 2023 तक पैसा वापस करने के लिखित बांड देने पर उनपर एफआइआर दर्ज नहीं करायी गयी है.
यह मामला 2019-20 का है. दूसरा मामला 18-19 का है. खादी भंडार कोर्ट मोड़ के तत्कालीन व्यवस्थापक विपिन बिहारी प्रसाद श्रीवास्तव पर 33.07 लाख, तत्कालीन सचिव ओम प्रकाश नारायण पर 5.81 लाख व तत्कालीन कार्यालय अधीक्षक अमरेश कुमार गोस्वामी पर 14 हजार की वित्तीय अनियमितता कर गबन का आरोप. तीनों को शो कॉज करते हुए बर्खास्त कर दिया गया है. मामले में गोविंदपुर थाना में 29 मार्च 2022 को तीनों के खिलाफ वित्तीय अनियमितता कर गबन करने का मामला दर्ज कराया गया है.
खादी ग्रामोद्योग आयोग संघ का चुनाव 30 अगस्त 2017 को हुआ. नयी कमेटी का कार्यभार लेन-देन में आपस में काफी हंगामा हुआ. 2018-19 का लेखा जोखा नहीं मिलने पर कमेटी ने स्टॉक रजिस्टर की जांच की, तो 39 लाख का वित्तीय अनियमितता का मामला सामने आया. नयी कमेटी के कार्यालय अधीक्षक सत्येंद्र शर्मा ने तीनों पर गबन की लिखित शिकायत मार्च 2022 में गोविंदपुर थाना में की.
थाना स्तर पर मामले का अनुसंधान चल रहा है. इधर, नयी कमेटी ने तत्कालीन कार्यालय अधीक्षक अमरेश कुमार गोस्वामी, तत्कालीन सचिव ओम प्रकाश नारायण व व्यवस्थापक विपिन बिहारी प्रसाद श्रीवास्तव को बर्खास्त कर दिया गया. दूसरी ओर सेंट्रल स्टोर नया बाजार व पुटकी स्टोर में वित्तीय वर्ष 2019-20 का ऑडिट कराया गया. इसमें 10.50 लाख का स्टॉक नहीं मिला.
मामले में तत्कालीन व्यवस्थापक मुकेश झा पर वित्तीय अनियमितता कर गबन का आरोप है. मामले में संघ ने तत्कालीन व्यवस्थापक मुकेश झा को सस्पेंड कर दिया है. इसके बाद तत्कालीन व्वस्थापक मुकेश झा ने त्याग पत्र देते हुए 10.50 लाख वापस लौटाने के लिए बांड पेपर देकर एक साल का मोहलत मांगी है.
पुरानी कमेटी ने 2018-19 का लेखा-जोखा भी लेकर फरार हो गयी है. स्टॉक पंजी के आधार पर मिलान किया गया, इसमें 39 लाख स्टॉक कम मिला. सेंट्रल स्टोर नया बाजार व पुटकी में भी 10.50 लाख का कम स्टॉक मिला है. मामले में तत्कालीन व्यवस्थापक मुकेश झा को निलंबित हैं. एक साल में राशि वापस लौटाने के लिखित बांड देने पर उन्हें मोहलत दी गयी है.
सत्येंद्र कुमार शर्मा, व्यवस्थापक, खादी ग्रामोद्योग आयोग संघ
Posted By: Sameer Oraon