सुरक्षा की कमी से जिले के कई सरकारी विद्यालय शाम ढलने के साथ मयखाना बन जा रहे हैं. इसका ताजा उदाहरण मध्य विद्यालय, झाड़ुडीह है. गुरुवार की सुबह जब शिक्षक व विद्यार्थी स्कूल पहुंचे, तो वहां स्कूल के बरामदे में शराब की बोतलें पड़ी हुई थीं. पास ही में नॉनवेज खाना और दर्जनों खाली बोतल बिखरे पड़े थे. यह देख सब परेशान हो गये. पढ़ाई भी कुछ देर के लिए बाधित हुई. बाद में शिक्षकों ने सफाई करा कर पढ़ाई शुरू करायी. इस स्कूल में मतदान केंद्र बनता है, जिस पर उपायुक्त सहित कई वीआइपी वोट देते हैं.
स्कूलों में नहीं है सुरक्षा व्यवस्था :
जिले में संचालित अधिकांश सरकारी विद्यालयों का यही हाल है. दोपहर में छुट्टी होने के बाद शिक्षक स्कूल में ताला बंद कर चले जाते हैं. रात में इसकी सुरक्षा की कोई व्यवस्था नहीं है. इसी का फायदा शराबी व शरारती लोग उठा रहे हैं. लोग देखते भी हैं तो डर से कुछ बोलते नहीं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है