धनबाद के लुबी सर्कुलर रोड स्थित एक विवाह भवन में रविवार को धनबाद, झरिया व बाघमारा विधानसभा सीट पर कांग्रेस के उम्मीदवार को मिली हार की समीक्षा की गयी. समीक्षा बैठक की अध्यक्षता कांग्रेस के जिलाध्यक्ष संतोष सिंह ने की. इस दौरान समीक्षा समिति के संयोजक सह प्रदेश कांग्रेस के पूर्व कार्यकारी अध्यक्ष शहजादा अनवर, सदस्य सह पूर्व विधायक राजेंद्र प्रताप देव व बलजीत सिंह बेदी मुख्य रूप से उपस्थित थे. इस दौरान सभी ने खुल कर अपनी बात रखी. बैठक में तीनों प्रत्याशियों के नहीं आने का मुद्दा छाया रहा. इस दौरान दो सदस्यों के बीच भिड़ंत भी चर्चा में रही. मौके पर जिलाध्यक्ष संतोष सिंह, कार्यकारी अध्यक्ष राशिद रजा अंसारी, मदन महतो, शमशेर आलम, रमेश जिंदल, रामगोपाल भूवानिया, अशोक लाल, मनोज यादव, नवनीत नीरज,योंगेद्र सिंह योगी, कुमार गौरव उर्फ सोनू, कयूम खान, दिनेश यादव, मनोज सिंह, राजेश्वर यादव, बीके सिंह, सुधांसु शेखर झा, शाहिदा कमर सीता राणा, इंदल यादव, प्रोफेसर डीके सिंह, लक्ष्मण तिवारी, जितेश सिंह, राजू दास, जहीर अंसारी, वकील बाउरी, प्रभात सुरोलिया, गुड्डू खान, प्रीतम रवानी, सरफराज आलम, इम्तियाज अली, पप्पू पांडे, बबलू दास, डेविड सिंह, शाहिद कमर, दीपक सिंह के अलावा झरिया, बाघमारा व धनबाद विधानसभा क्षेत्र के कांग्रेसी बड़ी संख्या में उपस्थित थे.
बोले शहजादा अनवर : चुनाव हारे हैं, हिम्मत नहीं
मीडिया से बातचीत में समीक्षा बैठक के संयोजक शहजादा अनवर ने कहा कि जहां का चुनाव परिमाण हमारे पक्ष में नहीं रहा, वहां के कार्यकर्ताओं व स्थानीय नेताओं से बातचीत कर हार की समीक्षा की जा रही है. हार के कारणों व संगठन की कमियों का पता लगाया जा रहा है. हमारा संगठन ओर कैसे मजबूत हो, इन सब बातों पर जोर दिया जा रहा है. धनबाद में कांग्रेस का मजबूत संगठन होने के बावजूद हम चुनाव हारे हैं, परंतु हिम्मत नही हारे हैं. धनबाद के सभी नेताओं व कार्यकर्ताओं से रायशुमारी की गयी है. धनबाद, झरिया व बाघमारा में हार के अलग-अलग कारण प्रतीत हो रहे हैं. वह अपनी रिपोर्ट प्रदेश प्रभारी व अध्यक्ष को सौंपेंगे. धनबाद कांग्रेस के हर कार्यकर्ताओं की आवाज को हाईकमान तक पहुंचाने की जिम्मेवारी का निर्वहन करूंगा. तीनों विधानसभा के कार्यकर्ताओं ने हार की वजह बतायी है. साथ ही कांग्रेस प्रत्याशी से भी लिखित रिपोर्ट मांगी गयी है. कार्यकर्ताओं से बंद कमरे में भी वन टू वन मिल कर समीक्षा की बातों को एकत्रित कर प्रतिवेदन सूची ली गयी है.
चुनाव उम्मीदवार नहीं, कार्यकर्ता हारता है : राजेंद्र प्रताप
समीक्षा समिति के सदस्य पूर्व विधायक राजेंद्र प्रताप देव ने कहा चुनाव उम्मीदवार नहीं कार्यकर्ता हारता है. कांग्रेस में प्रदेश स्तर पर बड़े-बड़े पद पर आसीन नेताओं की लिखित शिकायत मिली है. जो टिकट के दावेदार थे, कांग्रेस के पक्ष में प्रचार प्रसार नहीं किया है. चुनाव से नदारद थे. जल्द हाईकमान को रिपोर्ट दी जायेगी.
समीक्षा बैठक में प्रत्याशियों की अनुपस्थिति चिंताजनक : बेदी
समीक्षा समिति के सदस्य बलजीत सिंह बेदी ने बैठक में तीनों विधानसभा के प्रत्याशियों की अनुपस्थिति पर नाराजगी जाहिर की. कहा कि जिसके लिए बैठक आयोजित की गयी, वहीं बैठक में नहीं पहुंचे. यह दुर्भाग्यपूर्ण है. टिकट मांगते समय प्रत्याशियों के पास पूरा समय होता है. वह पहले संगठन को दरकिनार करते हैं, फिर आरोप लगाते है कि संगठन से मदद नहीं मिली. श्री बेदी ने संगठन की मजबूती पर जोर देते हुए कहा कि धनबाद में संगठन मजबूती है, इसे और मजबूत करने के लिए एक-एक कार्यकर्ता लग जायें.
हार से निराश हैं, हताश नहीं : संतोष सिंह
कांग्रेस जिलाध्यक्ष संतोष कुमार सिंह ने कहा कि हम हार से निराश हैं, परंतु हताश नहीं. जिला कांग्रेस कमेटी ने हार पर अपनी रिपोर्ट समीक्षा समिति को सौंप दी है. इसमे तीनों विधानसभा चुनाव में हार के प्रमुख कारण उल्लेखित है.
बैठक में शामिल नहीं हुए कांग्रेस प्रत्याशी :
धनबाद, झरिया व बाघमारा विधानसभा सीट से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ने वाले कांग्रेस नेता शामिल नहीं हुए, जो चर्चा का विषय बना रहा. हालांकि पूरे मामले पर समीक्षा बैठक के संयोजक शाहजादा अनवर ने सफाई दी. कहा कि चूंकि चुनाव में पार्टी प्रत्याशी अपनी निजी कारणों को दर किनार कर चुनाव कार्य में लगे रहते हैं. सभी प्रत्याशियों से बात हुई है. वे निजी कारणों से बैठक में शामिल नहीं हो सके हैं. उन सभी से लिखित प्रतिवेदन समय से पहले देने को कहा गया है.जमकर हुई हाथापाई :
बैठक में दो कांग्रेसी आपस में भिड़ गये. कांग्रेस एससी सेल के प्रदेश को-ऑर्डिनेटर पिंटू तुरी व झरिया प्रखंड कांग्रेस के अध्यक्ष इम्तियाज के बीच किसी बात को लेकर मारपीट हो गयी. हालांकि बाद में वरिष्ठ नेताओं के समझाने बुझाने के बाद मामला शांत हुआ. बतातें है कि बात इतनी बढ़ गई थी कि पिंटू तुरी मारपीट की लिखित शिकायत करने धनबाद थाना तक पहुंच गये थे. इसके बाद मामला बिगड़ता देख वरिष्ठ कांग्रेसियों ने हस्तक्षेप कर दोनों के बीच सुलह कराया. इसके बाद पिंटू थाने में बिना शिकायत किये लौट गये. इधर मामले में इम्तियाज ने किसी तरह के विवाद से इंकार किया है. जबकि पिंटू तुरी ने कहा कि विवाद में मारपीट तक नौबत पहुंच गयी, जो नही होना चाहिए था. कांग्रेस गांधीवादी पार्टी है और मतभेद कोई बड़ी बात नहीं है. घटना की जानकारी पार्टी आलाकमान को देंगे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है