फुटपाथ दुकानों को हटाने के निर्णय के विरोध में अर्द्धनग्न प्रदर्शन
नगर निगम के निर्णय के खिलाफ चुनाव का बहिष्कार करेंगे पुलिस लाइन के फुटपाथ दुकानदार
मुख्य संवाददाता, धनबाद,
पुलिस लाइन से मीट-मछली-चिकन सहित 65 फुटपाथ दुकानों को हटाने के निर्णय के खिलाफ सोमवार को दुकानदारों ने अर्द्ध नग्न प्रर्दशन किया. नगर निगम के निर्णय के विरोध में पुलिस लाइन की सभी फुटपाथ दुकानें बंद रही. फुटपाथ दुकानदार संघ के अध्यक्ष श्यामल मजुमदार ने कहा कि नगर निगम पथ विक्रेता आजीविका का अधिकार एवं विनियमन कानू 2014 का पालन नहीं कर रहा है. शहरी क्षेत्र के सभी 55 वार्डों में हस्ताक्षर अभियान चलाया जा रहा है. उपायुक्त को इसकी कॉपी सौंपी जायेगी. अगर फुटपाथ दुकानदारों को बिना बसाये उजाड़ा गया, तो शहरी क्षेत्र के सभी फुटपाथ दुकानदार चुनाव में भाग नहीं लेंगे. पुलिस लाइन के दुकानदारों को जिला पशु पालन कार्यालय के परिसर में शिफ्ट करने की मांग वर्षों से की जा रही है, लेकिन इसपर ध्यान नहीं दिया जा रहा है. कभी स्टेशन रोड तो कभी पुलिस लाइन रोड में दुकानदारों को निशाना बनाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि वेंडिंग जोन में ग्राहक नहीं आते हैं, ऐसे में व्यवसाय चलाना मुश्किल है. इधर, नगर निगम के अधिकारी का कहना है कि झारखंड हाईकोर्ट के आदेश पर शहर में सड़कों के किनारे चलने वाली मांस-मछली की दुकानों को हटाने का आदेश आया है. इसी आदेश के तहत नगर निगम की ओर से कार्रवाई शुरू की जा रही है. नगर निगम की ओर से मुनादी करायी गयी. तीन दिनों के अंदर दुकान खाली करने का अल्टीमेटम दिया गया. इसके बावजूद एक भी दुकान खाली नहीं हुई. सोमवार को दुकान हटाने का निर्णय लिया गया था, लेकिन चुनाव कार्य को लेकर सोमवार का कार्यक्रम स्थगित कर दिया गया. संभवत: मंगलवार को वहां से अतिक्रमण हटाया जायेगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है