उपायुक्त सह जिला दंडाधिकारी माधवी मिश्रा के कार्यालय में शुक्रवार को जनता दरबार का आयोजन किया गया. शहीद निर्मल महतो मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (एसएनएमएमसीएच) में सिस्टर के रूप में कार्यरत एक एएनएम ने उपायुक्त को बताया कि वह गत आठ माह से वहां पर कार्यरत हैं. वहां की एक सीनियर सिस्टर धमका कर उनसे घर का काम भी करवाती हैं, जब उन्होंने घर का काम करने से मना किया, तो नौकरी से निकाल देने की धमकी दी जाती है. मामले पर संज्ञान लेते हुए उपायुक्त ने एसएनएमएमसीएच के अधीक्षक को दूरभाष पर उचित कार्रवाई करने का निर्देश दिया. साथ ही पीड़ित महिला को सोमवार को अधीक्षक से मिलने को कहा. एक अन्य महिला ने उपायुक्त को अपना दर्द बयां करते हुए कहा कि उनके पति की मृत्यु सड़क दुर्घटना में हो गयी थी. दुर्घटना के बाद लोग उन्हें बरटांड़ के पास एक सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल ले गये. दुर्घटना की प्राथमिकी भी दर्ज हुई और शव का पोस्टमार्टम भी हुआ. परंतु अब तक पति का मृत्यु प्रमाण पत्र जारी नहीं हुआ है. उपायुक्त में महिला को आश्वासन दिया कि शीघ्र मृत्यु प्रमाण पत्र इश्यू हो जायेगा. जनता दरबार में धीरेंद्र पुरम में पीछे की जमीन का अतिक्रमण करने, पुश्तैनी जमीन पर जबरन सड़क बनाने, छात्रवृत्ति नहीं मिलने, सरकारी जमीन का अतिक्रमण करने, पंजी 2 में नाम दर्ज नहीं होने, बेदखल करने के बाद भी पुत्र द्वारा माता-पिता को प्रताड़ित करने, चिकित्सा के लिए सहायता उपलब्ध कराने सहित अन्य शिकायतें प्राप्त हुई. जनता दरबार में सहायक निदेशक सामाजिक सुरक्षा नियाज अहमद तथा जिला जनसंपर्क पदाधिकारी सुनील कुमार सिंह भी मौजूद थे.
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