धनबाद.
आइआइटी (आइएसएम) के पेनमेन सभागार में भौतिकी विभाग और इंडियन सोसाइटी ऑफ एटॉमिक एंड मॉलेक्यूलर फिजिक्स के सहयोग से आयोजित 24वें राष्ट्रीय परमाणु और आणविक भौतिकी सम्मेलन का शनिवार को समापन हो गया. इस चार दिवसीय कार्यक्रम में देश-विदेश के 100 से अधिक संस्थानों से आये 200 से अधिक प्रतिनिधियों ने भाग लिया. सम्मेलन का मुख्य उद्देश्य परमाणु, आणविक और ऑप्टिकल भौतिकी में नवीनतम शोध प्रस्तुत करना, विचारों का आदान-प्रदान करना और सहयोग को प्रोत्साहित करना था. समापन समारोह में आइआइटी आइएसएम के उपनिदेशक प्रो. धीरेज कुमार ने क्वांटम अनुसंधान के महत्व पर जोर देते हुए प्रतिभागियों को अभिनव शोध के लिए प्रेरित किया. दिल्ली विश्वविद्यालय की प्रो. ज्योति राजपूत ने भारत में इस क्षेत्र में हो रहे विकासात्मक प्रयासों की सराहना की. भौतिकी विभाग के प्रमुख और सम्मेलन के संयोजक प्रो. बाबी एंटनी ने शोध पत्रों और चर्चाओं का विस्तृत विवरण दिया. सम्मेलन में विशेषज्ञों के प्लेनरी व्याख्यान, उभरते शोधकर्ताओं की मौखिक और पोस्टर प्रस्तुतियां शामिल थीं. प्रो. पीएम सरुन ने धन्यवाद ज्ञापन के साथ कार्यक्रम का समापन किया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है