कथा तभी सार्थक होगी, जब जीवन में उतारें : हरिदास
श्री श्री राधा कृष्ण प्रेम मंदिर की ओर से बनियाहीर हनुमानगढ़ी मैदान में आयोजित श्रीमद्भागवत कथा ज्ञान यज्ञ में गुरुवार को कथा वाचक ने आचार्य सुरेंद्र हरिदास जी महाराज ने भगवान श्रीकृष्ण के जन्म का प्रसंग सुनाया.
झरिया.
श्री श्री राधा कृष्ण प्रेम मंदिर की ओर से बनियाहीर हनुमानगढ़ी मैदान में आयोजित श्रीमद्भागवत कथा ज्ञान यज्ञ में गुरुवार को कथा वाचक ने आचार्य सुरेंद्र हरिदास जी महाराज ने भगवान श्रीकृष्ण के जन्म का प्रसंग सुनाया. उन्होंने कहा कि जब-जब धरती पर आसुरी शक्ति हावी होती है. धर्म की रक्षा के लिए भगवान अवतार लेकर धर्म की स्थापना करते हैं. मथुरा में राजा कंस के अत्याचारों से व्यथित होकर नारायण ने देवकी के अष्टम पुत्र के रूप में जन्म लिया और धर्म व प्रजा की रक्षा कर कंस का अंत किया. उन्होंने कहा कि भगवान श्रीराम का जीवन चरित्र से हमें मर्यादा और श्रीकृष्ण के चरित्र से ज्ञान, योग व भक्ति की प्रेरणा मिलती है. उन्होंने कहा कि कथा तभी सार्थक होगी, जब हम उसका अनुशरण करेंगे. इस दौरान भक्तों ने भगवान श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव मनाया. बधाई गीतों से माहौल भक्तिमय हो गया. मौके पर नन्हे सिंह, शैलेंद्र सिंह, मुरारी वर्मा, गुड्डू सिंह, मुकेश सिंह, संजय सिंह आदि थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है