सिंदरी संयंत्र मोदी की गारंटी थी और आज यह गारंटी पूरी हो गयी है : पीएम मोदी
पीएम मोदी ने कहा कि केंद्र सरकार 2047 तक विकसित भारत के लक्ष्य को पूरा करने के लिए काम कर रही है.
हर्ल में संबोधित करते हुए पीएम ने कहा कि पिछले 10 वर्षों में देश की यूरिया उत्पादन क्षमता 310 लाख मीट्रिक टन हो गयी है. इससे बचायी गयी विदेशी मुद्रा किसानों की भलाई पर खर्च की जा रही है. भाजपा सरकार 2025 तक देश को यूरिया उत्पादन के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने के लिए प्रतिबद्ध है. रामागुंडम, तालचर, गोरखपुर, बरौनी और सिंदरी में स्थापित होने वाली यूरिया इकाइयां सरकार के इस लक्ष्य को सुनिश्चित करने में काफी मदद करेंगी. उन्होंने कहा कि आगामी एक से डेढ़ वर्षों में तालचर खाद कारखाने की शुरुआत होगी. लोकसभा चुनाव की ओर इशारा करते हुए कहा कि जनता भरोसा दिखायेगी, तो इसका उद्घाटन करने हम ही जायेंगे. धनबाद और चंद्रपुरा के बीच भूमिगत अग्नि प्रभावित रेल लाइन के स्थान पर वैकल्पिक रेल लाइन की आधारशिला रखने के बाद पीएम मोदी ने कहा कि कई रेल परियोजनाओं के समर्पण के साथ झारखंड रेल क्रांति की दहलीज पर है. देवघर और डिब्रूगढ़ के बीच एक नयी ट्रेन को हरी झंडी दिखाते हुए पीएम ने कहा कि यह ज्योतिर्लिंग बैद्यनाथ धाम को कामाख्या में शक्तिपीठ से जोड़ने में मदद करेगी. अन्य रेल परियोजनाओं का उद्देश्य झारखंड से देश के अन्य हिस्सों तक रेल की कनेक्टिविटी को बढ़ाना है.
आदिवासियों के विकास के बगैर विकसित राष्ट्र नहीं बन सकता है भारत
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार 2047 तक विकसित भारत के लक्ष्य को पूरा करने के लिए काम कर रही है. भारत दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था बन गया है और अक्तूबर से दिसंबर 2023 की अवधि में 8.4 प्रतिशत की दर से आर्थिक विकास हुआ है, जो उत्साहजनक है. लेकिन, झारखंड और उसके आदिवासी भाइयों के समुचित विकास के बिना राष्ट्र विकसित भारत नहीं बन सकता. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने राज्य के विकास के लिए कई विकासात्मक परियोजनाएं शुरू की हैं. विकसित भारत के लिए झारखंड को भी विकसित बनाना जरूरी है. भगवान बिरसा मुंडा की धरती विकसित भारत के लिए ऊर्जा शक्ति भरेगी.
देश का पूर्वी भाग विकास की गति पर बढ़ चला है : अर्जुन मुंडा
केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने पीएम का स्वागत करते हुए कहा कि देश का कृषि बजट 2013-14 में 2933 करोड़ से बढ़ कर पिछले 10 वर्षों में 1.15 लाख करोड़ हो गया है. इसी का परिणाम है कि देश न केवल खाद्यान्न के क्षेत्र में आत्मनिर्भर है, बल्कि वर्तमान में पांच लाख करोड़ रुपये का खाद्यान्न निर्यात करने में भी सक्षम है. उन्होंने ‘सूर्योदय से पूर्वोदय’ के दृष्टिकोण के लिए पीएम के प्रति आभार व्यक्त किया और कहा कि उत्तर-पूर्व में चिप निर्माण कारखाना स्थापित करने और देश के पूर्वी हिस्से में अन्य परियोजनाओं जैसे कदम अब तक उपेक्षित क्षेत्रों में विकास सुनिश्चित करेंगे. राष्ट्र का पूर्वोत्तर और पूर्वी भाग विकास की गति पर बढ़ चला है.