आम जन के लिए शुरू हुआ रोबोटिक सर्जरी तकनीक से लैस एसजेएएस सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल
आपातकालीन व क्रिटिकल केयर सेवा के साथ अस्पताल में 24 घंटे उपलब्ध रहेंगे ओंकोलॉजी समेत 40 सुपर स्पेशियलिटी डॉक्टर्स
वरीय संवाददाता, धनबाद,
रोबोटिक सर्जरी समेत अत्याधुनिक मेडिकल इक्विपमेंट्स से लैस एसजेएएस सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल ने आम जनता के लिए सेवाएं शुरू दी है. धनबाद को ऐसे अस्पताल की जरूरत थी, जहां 24 घंटे सुपर 40 सुपर स्पेशियलिटी डॉक्टरों की टीम उपलब्ध हो, कम खर्च में मरीज का इलाज हो, इन सब जरूरतों को एसजेएस सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल पूरा करेगा. यहां ओंकोलॉजी (कैंसर), कार्डियोलॉजी, ऑर्थोपेडिक्स कैंसर समेत सभी विभाग में अत्याधुनिक मशीन मौजूद हैं. यह जानकारी एसजेएस सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल के संस्थापक गणेश कुमार सिंह ने दी. वह शनिवार नवनिर्मित अस्पताल में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में पत्रकारों को जानकारी दे रहे थे. बताया : अस्पताल में जितनी भी मशीन है वह विश्व भर के मेडिकल क्षेत्र में इस्तेमाल की जाने वाली सबसे आधुनिक मशीनें हैं. डॉक्टरों की टीमवर्क पर विशेष फोकस : इंग्लैंड में सेवा दे चुके कार्डियोलाजिस्ट डॉ जितेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि उन्होंने अपने पिता की प्रेरणा से धनबाद में अस्पताल खोला है. यहां एमआरआइ की रिपोर्ट मात्र सात मिनट के अंदर तैयार हो जाती है. जबकि आम तौर पर प्रचलित एमआरआइ मशीन 45 मिनट समय लेती है. पूरे देश में गिने चुने जगहों पर ही इतना आधुनिक मशीन है. अस्पताल में कैंसर के इलाज के लिए बेहतर और अत्याधुनिक सुविधा उपलब्ध है. अस्पताल में ब्रेन ट्यूमर की रोबोटिक सर्जरी की सुविधा उपलब्ध है. इस तरह की रोबोटिक सर्जरी की मदद से मात्र 10 मिनट में मरीज के ब्रेन का ट्यूमर हटा दिया जाता है. कई ऐसी मशीन हैं, जिनका उपयोग देश के सिर्फ गिने चुने अस्पतालों में ही होता. डॉ जितेन्द्र सिंह ने बताया : सड़क दुर्घटना में जख्मी अथवा हार्ट अटैक के मरीजों के लिए गोल्डन आवर काफी महत्वपूर्ण होता है. अस्पताल ने एनएचएआइ की एजेंसी पारा माउंड से संपर्क किया है. किसी भी दुर्घटना में जख्मी मरीज का हम पहले इलाज करेंगे. उनसे किसी भी प्रकार से पैसे की मांग नहीं की जायेगी. हमारी पहली कोशिश है मरीज की जान बचायी जाये. मुख्यमंत्री असाध्य रोग, आयुष्मान भारत और इएसआइ अस्पताल से भी एसजेएएस सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल जुड़ रहा है. ताकि गरीब मरीज और मजदूरों को भी यहां पर बेहतर चिकित्सकीय सेवा मिल पाये. जल्द ही स्वास्थ्य बीमा देने वाली 20 कंपनियों से भी करार किया जा रहा है.सस्ता इलाज उपलब्ध कराने का संकल्प :
डॉ जितेन्द्र सिंह ने बताया कि उन्होंने धनबाद में यह अस्पताल पैसा कमाने के लिए नहीं शुरू किया है. उनका पहला उद्देश्य है कि उनके अस्पताल में हर व्यक्ति इलाज करा सके और यहां से पूरी तरह स्वस्थ हो कर जाये. इसलिए उन्होंने शुरुआत से ही हर विभाग में फुलटाइमर चिकित्सक उपलब्ध करा रहे हैं. साथ ही यह सुनिश्चित किया है कि यहां किफायती इलाज उपलब्ध हो. यहां एमआरआइ के लिए मात्र 5000 रुपए फीस रखी गयी है. कहीं के भी मरीज यहां आकर कम दर पर एमआरआइ करा सकते हैंं. यहां मरीजों के साथ उनके अटेंडेंट के लिए किफायती दर पर सुविधाएं उपलब्ध है. कैंटीन में मात्र 35 रुपए में खाने की व्यवस्था है. यहां रहने के लिए उन्हें मात्र 200 रुपए में रूम भी उपलब्ध कराया जा रहा है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है