धनबाद.
कोयला सचिव विक्रम देव दत्त ने शुक्रवार को धनबाद जिले के 79 सरकारी स्कूलों में स्मार्ट कक्षाओं एवं सूचना और संचार प्रौद्योगिकी (आइसीटी) प्रयोगशालाओं का ऑनलाइन उद्घाटन किया. इनका निर्माण बीसीसीएल की ओर से कारपोरेट सामाजिक दायित्व (सीएसआर) के तहत कराया गया है.कोयला सचिव श्री दत्त ने कहा कि शिक्षा विकास का आधार है. झारखंड के दूरस्थ जिलों में आधुनिक शिक्षा पहुंचाने के लिए इस प्रकार की कंप्यूटर प्रयोगशालाएं स्थापित करना एक सराहनीय प्रयास है. यह पहल छात्रों को डिजिटल युग के अनुरूप शिक्षित करने में मददगार साबित होगी. कोल इंडिया चेयरमैन पीएम प्रसाद ने कहा कि इन तकनीकी प्रयोगशालाओं की उपलब्धता से धनबाद के सरकारी स्कूलों के विद्यार्थी भी प्राइवेट स्कूलों के विद्यार्थियों की तरह सफलता हासिल करेंगे. कार्यक्रम में कोयला मंत्रालय की अतिरिक्त सचिव रुपिंदर बरार, उप महानिदेशक संतोष मुख्य रूप से उपस्थित रहे. वहीं बीसीसीएल के निदेशक (कार्मिक) मुरली कृष्ण रमैया, निदेशक (वित्त) राकेश कुमार सहाय, निदेशक तकनीकी (परिचालन) संजय कुमार सिंह, विभिन्न एरिया के महाप्रबंधक, विभागाध्यक्ष के साथ-साथ वरीय बुनियादी मध्य विद्यालय, जगजीवन नगर, धनबाद के शिक्षक और विद्यार्थी उपस्थित थे.मील का पत्थर साबित होगी ‘डिजिटल विद्या परियोजना’ : सीएमडी
बीसीसीएल के सीएमडी समीरन दत्ता ने कहा कि ‘डिजिटल विद्या परियोजना’ के तहत बीसीसीएल ने झारखंड के धनबाद जिले के 79 सरकारी विद्यालयों में डिजिटल शिक्षा का आधारभूत ढांचा स्थापित किया है. स्मार्ट कक्षाओं और आईसीटी लैब्स के माध्यम से शिक्षा के स्तर में सुधार लाने के लिए यह परियोजना एक मील का पत्थर साबित होगी.एक विद्यालय पर 13.54 लाख की अनुमानित लागत
यह परियोजना कोल इंडिया, बीसीसीसीएल व ईडीसीआइएल के बीच एमओयू के परिणामस्वरूप क्रियान्वित हो रही है. प्रत्येक विद्यालय में इस परियोजना पर 13.54 लाख रुपया की लागत अनुमानित है. 10,69,47,746.26 रुपये के कुल बजट के साथ यह परियोजना कार्यरत है. इस परियोजना से लगभग 1,00,000 छात्र और 400 शिक्षक लाभान्वित होंगे. यह परियोजना धनबाद जिले के विभिन्न ब्लॉकों धनबाद, बाघमारा, धनबाद-2, एगरकुंड, गोविंदपुर और झरिया के विद्यालयों में लागू की गई है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है