वरीय संवाददाता, धनबाद.
एक दिन की राहत के बाद सोमवार को एसएनएमएमसीएच के इमरजेंसी पहुंचे मरीजों को फिर परेशानियों का सामना करना पड़ा. इमरजेंसी समेत अस्पताल के विभिन्न विभागों में बेड फुल हो जाने से सोमवार को मरीजों का इलाज बरामदे में स्ट्रेचर पर शुरू करना पड़ा. केंदुआ से इमरजेंसी पहुंचे 62 वर्षीय वृद्ध रघु तांती को पांच घंटे बाद बेड मिला. उन्हें पैरालाइसिस अटैक आया था, स्थिति गंभीर थी. चाहकर भी चिकित्सक व स्वास्थ्यकर्मी बेड का इंतजाम नहीं कर पाये. बाद में इमरजेंसी के बरामदे में स्ट्रेचर पर ही उनका इलाज शुरू किया गया. स्लाइन व दवाएं बरामदे में ही दी गयी. यही हाल अस्पताल के इमरजेंसी पहुंचे अन्य मरीजों का भी था. मरीजों को विभिन्न विभागों में बेड खाली होने का घंटों इंतजार करना पड़ा. गंभीर मरीजों का इलाज इमरजेंसी के बरामदे पर ही किया गया.सर्जरी, मेडिसिन व ऑर्थो विभाग के बेड फुल :
अस्पताल के मेडिसिन, ऑर्थो व सर्जरी विभाग के सभी बेड विगत कई दिनों से फुल हैं. मेडिसिन विभाग के 210 बेड के अलावा सर्जरी के 120 व ऑर्थों के 140 बेड मरीजों से भरे हुए हैं. ऐसे में इमरजेंसी में मरीजों का दबाव बढ़ जाने से व्यवस्था अस्त-व्यस्त हो गयी है. पहले से भर्ती मरीजों की छुट्टी होने पर ही दूसरों को बेड मिल पा रहा है.कैथलैब में बेड की संख्या बढ़ाने का निर्देश :
पिछले कई दिनों से इमरजेंसी समेत विभिन्न विभागों के बेड फुल होने के कारण एसएनएमएमसीएच प्रबंधन ने कैथलैब बिल्डिंग में बेड की संख्या बढ़ाने का निर्देश दिया है. सोमवार की दोपहर से कैथलैब बिल्डिंग में बेड लगाने का काम शुरू कर दिया गया. मंगलवार से कैथलैब स्थित बिल्डिंग में आवश्यकता अनुसार मरीजों को शिफ्ट किया जायेगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है