SNMMCH : ओपीडी ड्यूटी से गायब मिले चिकित्सक, सफाई व्यवस्था देख भड़की उपायुक्त

औचक निरीक्षण में एसएनएमएमसीएच पहुंची उपायुक्त ने पकड़ी कई गड़बड़ियां, रजिस्टर में ऑन ड्यूटी थे 70 सफाईकर्मी, काम पर मिले सिर्फ 40, आवश्यक दवाएं, स्ट्रेचर की कमी दूर करने व अल्ट्रासोनोग्राफी शुरू करने का निर्देश.

By Prabhat Khabar Print | July 3, 2024 1:04 AM

उपायुक्त माधवी मिश्रा ने मंगलवार को शहीद निर्मल महतो मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (एसएनएमएमसीएच) का औचक निरीक्षण किया. सबसे पहले वह एसएनएमएमसीएच के ओपीडी में पहुंची. विभिन्न विभाग के डॉक्टरों चेंबर के चेंबर में पहुंचकर ड्यूटी रजिस्टर की जांच की. इस दौरान कई चिकित्सक ड्यूटी से गायब मिले. इसपर उन्होंने नाराजगी जतायी. मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य सह अस्पताल के प्रभारी अधीक्षक डॉ ज्योति रंजन को बुलाया. गायब चिकित्सकों के संबंध में पूछा. संतोषजनक जवाब नहीं मिलने पर उपायुक्त ने मौजूद चिकित्सकों को फटकार लगायी. उन्होंने अस्पताल में उत्पन्न दवा की कमी के संबंध में जानकारी ली. इसपर भी अस्पताल प्रबंधन से टाल-मोल जवाब दिया. उन्होंने हर हाल में जल्द आवश्यक दवाओं की कमी पूरी करने का निर्देश दिया. उपायुक्त सर्जरी, शिशु, फिजियोथेरेपी, एक्सरे रूम, अल्ट्रासाउंड केंद्र, जेनरल वार्ड, सेंट्रल इमरजेंसी आइसीयू, गायनी व अस्पताल के मेडिसिन स्टोर में भी गयीं और मरीजों को मिलने वाली सुविधाओं की जानकारी ली. दूसरी तरफ उपायुक्त के आने की सूचना मिलते ही स्वास्थ्यकर्मी जल्दी-जल्दी सभी वार्ड के बेड पर चादर बिछाने लगे. निरीक्षण के दौरान एडीएम लॉ एंड ऑर्डर हेमा प्रसाद व एसडीएम उदय रजक भी मौजूद थे.

मरीजों ने भी अव्यवस्था की शिकायत की :

अस्पताल में सफाई व्यवस्था देख उपायुक्त भड़क गयीं. ओपीडी में प्रवेश करने के साथ ही चारों ओर गंदगी का अंबार उन्हें दिख गया. ओपीडी में पहुंचने वाले मरीजों के लिए बने शौचालय से दुर्गंध आ रही थी. विभिन्न वार्ड में गंदगी से पटे हुए थे. अस्पताल के अधिकांश हिस्सों से बदबू आ रही थी. भर्ती मरीजों ने भी सफाई व्यवस्था की शिकायत उपायुक्त से की. इसपर उपायुक्त ने अस्पताल में सफाई का कार्य कर रही एजेंसी कमांडों सेक्योरिटी प्राइवेट लिमिटेड के प्रतिनिधियों को बुलाया. अनियमित सफाई व्यवस्था के संबंध में पूछने पर सभी चुप हो गये. इसपर उपायुक्त ने सभी को फटकार लगायी. साथ ही हर हाल में 24 घंटे के अंदर सफाइ व्यवस्था दुरुस्त करने का निर्देश दिया.

सफाईकर्मियों के रजिस्टर की जांच :

उपायुक्त माधवी मिश्रा ने ऑन ड्यूटी सफाई कर्मियों के बारे में एजेंसी से जानकारी ली. उन्हें बताया गया कि दिन की पाली में 70 कर्मी मौजूद हैं. उन्होंने एडीएम लॉ एंड ऑर्डर को सफाईकर्मियों से संबंधित रजिस्टर की जांच करने को कहा. उसमें 70 कर्मियों के हस्ताक्षर थे. उपायुक्त के निर्देश पर सफाई कर्मियों की गिनती की गयी. इसमें 40 कर्मी ही मिले. अन्य कर्मियों के बारे में पूछने पर एजेंसी के प्रतिनिधि चुप हो गये.

करार के मुताबिक हेल्थ मैप उपलब्ध कराये रेडियोलॉजिस्ट :

एसएनएमएमसीएच में पहुंचने वाले मरीजों को अल्ट्रासाेनोग्राफी की सुविधा नहीं मिलने की लगातार शिकायतों पर उपायुक्त ने प्राचार्य से इसका कारण पूछा. इसपर बताया गया कि अस्पताल में रेडियोलॉजिस्ट चिकित्सक नहीं हैं. डीसी ने पीपीपी मोड पर संचालित हेल्थ मैप के रेडियोलॉजी केंद्र में अल्ट्रासाउंड बंद होने का कारण पूछा. उन्हें बताया गया कि यूएसजी के लिए चिकित्सक नहीं मिल रहे हैं. इसपर उपायुक्त ने नाराजगी जताते हुए कहा कि करार के अनुसार हेल्थ मैप को अस्पताल के मरीजों को यूएसजी की सुविधा प्रदान करनी है. चिकित्सक नहीं मिलने की समस्या कंपनी की है. इससे अस्पताल को कोई लेना-देना नहीं है. उन्होंने कंपनी के प्रतिनिधियों को चिकित्सकों की कमी को दूर कर यूएसजी सेवा शुरू करने का निर्देश दिया.

निजी एंबुलेंस को अस्पताल परिसर से करें बाहर :

उपायुक्त माधवी मिश्रा ने कहा कि जो भी प्राइवेट एंबुलेंस मनमाने ढंग से अस्पताल परिसर में अपनी गाड़ी लगाते हैं, उन्हें बाहर करवायें. अस्पताल प्रबंधन का निर्देश नहीं मानने वालों की सूचना डीटीओ को दें. ताकि उनके वाहन का रजिस्ट्रेशन रद्द किया जा सकें. उपायुक्त माधवी मिश्रा ने कहा कि अस्पताल स्तर पर इन समस्याओं को दूर किया जा सकता है. समस्याएं जटिल होने से पहले इसे दूर करना आवश्यक है. इसलिए, अस्पताल प्रबंधन फेंका-फेंकी बंद करें और मरीजों को बेहतर चिकित्सा सुविधा मिले, इस दिशा में काम करें.

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