एसएनएमएमसीएच को मिले 46 इंटर्न, आज से अस्पताल में देंगे सेवा

डॉक्टरों की कमी झेल रहे शहीद निर्मल महतो मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (एसएनएमएमसीएच) को 46 इंटर्न चिकित्सक मिले हैं. यह सभी मेडिकल कॉलेज से इसी वर्ष पास आउट हुए हैं.

By Prabhat Khabar News Desk | July 29, 2024 1:55 AM

धनबाद.

डॉक्टरों की कमी झेल रहे शहीद निर्मल महतो मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (एसएनएमएमसीएच) को 46 इंटर्न चिकित्सक मिले हैं. यह सभी मेडिकल कॉलेज से इसी वर्ष पास आउट हुए हैं. सभी इंटर्न डॉक्टर दो साल तक अस्पताल में सेवा प्रदान करेंगे. इससे पहले झारखंड रजिस्ट्रेशन मेडिकल काउंसिल की ओर से सभी मेडिकल स्टूडेंट का निबंधन किया गया. इधर इंटर्न डॉक्टरों के मिलने से चिकित्सकों की कमी की मार झेल रहे अस्पताल को थोड़ी राहत मिलेगी. अस्पताल में लगभग 40 फीसदी डॉक्टर कम हैं. मेडिकल कॉलेज प्रोफेसर, एसोसिएट प्रोफेसर और असिस्टेंट प्रोफेसर के 40 फीसदी पद खाली हैं. वहीं अस्पताल में सीनियर रेजिडेंट, जूनियर रेजिडेंट के लगभग 20 फीसदी पद खाली हैं. मेडिकल कॉलेज को मिले इंटर्न चिकित्सक 2019 बैच के हैं.

जूनियर डॉक्टर और इंटर्न चलाते हैं अस्पताल :

अस्पताल में चिकित्सकीय सेवा का सबसे ज्यादा दारोमदार सीनियर रेजिडेंट और जूनियर डॉक्टरों पर होता है. इसके बाद इंटर्नशिप करने वाले मेडिकल स्टूडेंट की भूमिका अहम होती है. इंडोर के बाद में राउंड में सबसे ज्यादा जूनियर डॉक्टर और इंटर्नशिप करने वाले मेडिकल स्टूडेंट ही होते हैं. इंटर्नशिप मेडिकल स्टूडेंट्स की पढ़ाई का हिस्सा है. प्राचार्य डॉ ज्योति रंजन प्रसाद ने बताया कि 46 इंटर्न चिकित्सक मिलने से अन्य डॉक्टरों पर काम का बोझ कम होगा.

अस्पताल में चिकित्सकीय सेवा का सबसे ज्यादा दारोमदार सीनियर रेजिडेंट और जूनियर डॉक्टरों पर होता है. इसके बाद इंटर्नशिप करने वाले मेडिकल स्टूडेंट की भूमिका अहम होती है. इंडोर के बाद में राउंड में सबसे ज्यादा जूनियर डॉक्टर और इंटर्नशिप करने वाले मेडिकल स्टूडेंट ही होते हैं. इंटर्नशिप मेडिकल स्टूडेंट्स की पढ़ाई का हिस्सा है. प्राचार्य डॉ ज्योति रंजन प्रसाद ने बताया कि 46 इंटर्न चिकित्सक मिलने से अन्य डॉक्टरों पर काम का बोझ कम होगा.

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