शहीद निर्मल महतो मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (एसएनएमएमसीएच) के प्राचार्य सह अस्पताल के प्रभारी अधीक्षक डॉ ज्योति रंजन प्रसाद ने शुक्रवार को सभी एचओडी व ओपीडी के स्वास्थ्य कर्मियों के साथ बैठक कर कार्यशैली बदलने की चेतावनी दी है. उन्होंने ओपीडी के कुछ चिकित्सक व स्वास्थ्य कर्मियों को बाहरी दवा दुकानों से सांठगांठ कर मरीजों का शोषण बंद करने का निर्देश दिया. प्राचार्य ने कहा : शिकायत मिली है कि ओपीडी के विभिन्न विभागों में तैनात स्वास्थ्यकर्मी परिसर में स्थित बाहर की दवा दुकानदारों से सांठगांठ कर मरीजों पर कुछ खास दुकान से दवा खरीदने का दबाव बनाते है. इसके लिए उन्हें बाहरी दवा दुकान के संचालक से कमिशन मिलता है. इसमें कुछ चिकित्सकों के शामिल होने की जानकारी भी मिली है. उन्होंने कड़े शब्दों में दवा के नाम पर मरीजों का शोषण करना बंद करने की हिदायत सभी को दी. साथ ही शिकायत मिलने पर कार्रवाई की बात कही है.
मरीजों से अच्छे से करें बर्ताव, समस्या करें दूर :
मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ ज्योति रंजन प्रसाद ने सभी चिकित्सक व स्वास्थ्य कर्मियों से अस्पताल आने वाले मरीजों व उनके परिजनों के साथ अच्छा व्यवहार करने की बात कही. कहा : अस्पताल में ज्यादातर गरीब मरीज अपना इलाज कराने के लिए पहुंचते है. आर्थिक रूप से कमजोर होने के कारण सभी एसएनएमएमसीएच का रुख करते हैं. ऐसी शिकायत मिल रही है कि स्वास्थ्यकर्मी मरीज व उनके परिजनों के साथ दुर्व्यवहार करते हैं. अस्पताल प्रबंधन इसको कभी बर्दाश्त नहीं करेगा. इस संबंध में शिकायत मिलने पर स्वास्थ्यकर्मी पर कार्रवाई की जायेगी.व्यवस्था नहीं बदली तो छह माह पर बदला जायेगा कर्मियों का विभाग :
प्राचार्य ने कहा कि वर्तमान व्यवस्था जल्द नहीं बदली, तो एसएनएमएमसीएच प्रबंधन कुछ कड़े निर्णय लेगा. इसमें हर छह माह में विभिन्न विभागों में तैनात स्वास्थ्यकर्मियों को दूसरी जगह भेजा जायेगा. इससे व्यवस्था में बदलाव होगा. वहीं स्वास्थ्यकर्मियों की मनमानी पर लगाम लगेगी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है