धनबाद.
शहीद निर्मल महतो मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (एसएनएमएमसीएच) में जल्द ही एमआरआइ और सीटी स्कैन सेवा शुरू होगी. स्वास्थ्य चिकित्सा, शिक्षा एवं परिवार कल्याण विभाग ने इसकी स्वीकृति प्रदान कर दी है. साथ ही दोनों मशीनों की खरीदारी के लिए 22 करोड़ रुपये भी आवंटित किये गये हैं. इसमें 17 करोड़ रुपये की लागत से एमआरआइ मशीन खरीदी जायेगी, इसकी क्षमता थ्री टेस्ला होगी. वहीं पांच करोड़ रुपये की लागत से सीटी स्कैन मशीन की खरीदारी की जायेगी. इसकी क्षमता 256 स्लाइस की हाेगी. स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के अनुसार चुनाव के बाद स्वास्थ्य मुख्यालय की देखरेख में दोनाें मशीनों की खरीदारी होगी. इसके बाद यहां पहली बार मरीजों को एमआरआइ की सुविधा मिलेगी, जबकि लंबे समय के बाद सीटी स्कैन की सेवा भी मिलेगी.वर्तमान में लगी सीटी स्कैन मशीन कबाड़ घोषित :
एसएनएमएमसीएच में लगी सीटी स्कैन मशीन पुरानी और जर्जर होने के कारण लंबे समय से इसका इस्तेमाल बंद है. अस्पताल के सीटी स्कैन रूम में पड़ी मशीन को कबाड़ घोषित कर कमरे में ताला लगाकर छोड़ दिया गया है.वर्तमान में पीपीपी मोड पर संचालित केंद्र में सीटी स्कैन की सुविधा :
वर्तमान में एसएनएमएमसीएच में पीपीपी मोड पर संचालित केंद्र में सीटी स्कैन की सुविधा उपलब्ध है. रोजाना यहां 10 से ज्यादा मरीजों की जांच होती है. इस केंद्र का संचालन करने वाली कंपनी मरीजों से पैसे वसूलती है. हालांकि, लाल कार्डधारकों की जांच मुफ्त में होती है. सरकार द्वारा यहां एमआरआइ व सीटी स्कैन मशीन स्थापित करने के बाद मरीजों की जांच कम खर्च में होगी.तीन मॉड्यूलर ओटी निर्माण को भी मिली मंजूरी :
एसएनएमएमसीएच धनबाद में तीन नए मॉड्यूलर ऑपरेशन थियेटर (ओटी) का निर्माण कराया जायेगा. स्वास्थ्य चिकित्सा, शिक्षा एवं परिवार कल्याण विभाग ने यहां मॉड्यूलर ओटी निर्माण की योजना को स्वीकृति दे दी है. इसके लिए तीन करोड़ रुपये भी आवंटित किये गये हैं. चुनाव के बाद अस्पताल के गायनी, ऑर्थो व सर्जरी विभाग में स्वास्थ्य मुख्यालय स्तर से तीन मॉड्यूलर ओटी का निर्माण शुरू कर दिया जायेगा. यहां लगने वाली मशीनों की खरीदारी भी मुख्यालय स्तर पर होगी. अत्याधुनिक उपकरणों से लैस इन मॉड्यूलर ओटी में मरीजों की बड़ी से बड़ी बीमारी का ऑपरेशन संभव होगा.गन शॉट के मरीजों का हो सकेगा ऑपरेशन :
एसएनएमएमसीएच में मॉड्यूलर ओटी का निर्माण होने के बाद यहां गन शॉट के मरीजों का भी ऑपरेशन संभव होगा. वहींमॉड्यूलर ओटी में हेपा फिल्टर लगा होता है, जो बैक्टीरिया व वायरस को फिल्टर कर देता है. इससे वे अंदर नहीं आ पाते और संक्रमण का डर नहीं रहता. ओटी में सारे उपकरण डिजिटल व हाईटेक होते हैं. ऑपरेशन ओटी के दरवाजे अपने-आप खुलने और बंद होने वाले होते हैं.
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