एसएनएमएमसीएच में स्थित निःशुल्क दवा केंद्र में दवाओं की काफी कमी है. वहीं अस्पताल में मौजूद जन औषधि केंद्र भी मरीजों को जेनेरिक दवाइयां नहीं दे पा रहा है. यहां रोज जिला व जिले के बाहर से हजारों मरीज इलाज कराने आते हैं. ऐसे में दवा की कमी चिंता का विषय है. अनेक मरीजों की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं होती है. अस्पताल में इलाज तो मुफ्त मिल रहा है, मगर महंगी दवाओं का खर्च वहन करने पर उनपर आर्थिक बोझ बड़ रहा है. इसपर प्रबंधन को ध्यान देने की जरूरत है.
मरीजों को नहीं मिलती हैं सारी दवाएं :
अस्पताल में डॉक्टर द्वारा लिखी सभी दवाएं भी अस्पताल में स्थित नि:शुल्क दवा केंद्र में नहीं मिल रही हैं. इससे उन्हें कुछ दवा बाहर से खरीदनी पड़ती है. कई दिनों से सर्दी-खांसी से पीड़ित रामेश्वर हेंब्रम को डॉक्टर ने तीन दवाएं लिखी मगर अस्पताल के नि:शुल्क दवा केंद्र में सिर्फ दो दवा ही मिली. वहीं जेनेरिक दवा केंद्र की बात करें तो वहां भी मरीजों को दवा नहीं मिली. गिरिडीह से आए कमल वर्मा ने केंद्र में गैस, डिप्रेशन, कैल्शियम, आयरन, गैस के लिए दवा लेने पहुंचे. मगर उन्हें वहां कोई दवा नहीं मिली.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है