विभिन्न मामलों में गड़बड़ी के आरोप में शहीद निर्मल महतो मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (एसएनएमएमसीएच) बड़ा बाबू कंचन घोष व पर्चेज क्लर्क राहुल मिश्रा को उनके पद से हटा दिया गया है. स्वास्थ्य विभाग के डायरेक्टर इन चीफ के निर्देश पर दोनों पर कार्रवाई की गयी है. दोनों को पद से हटाने के संबंधित निर्देश शुक्रवार को अधीक्षक डॉ एसके चौरसिया ने जारी कर दिया. वहीं इनके स्थान पर संजीत गोराई को अधीक्षक कार्यालय का बड़ा बाबू नियुक्त किया गया है. अजय कुमार हाड़ी को पर्चेज क्लर्क के कार्यों के निष्पादन की जिम्मेवारी सौंपी गयी है. शुक्रवार देर शाम अधीक्षक डॉ एसके चौरसिया ने इस संबंध में नोटिफिकेशन जारी कर दिया. स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने के अनुसार दोनों के खिलाफ टेंडर व अस्पताल के लिए विभिन्न दवा व उपकरणों की खरीदारी में अनियमितता बरतने का आरोप लगा है. स्थानीय बड़े नेता ने स्वास्थ्य चिकित्सा, शिक्षा एवं परिवार कल्याण विभाग के सचिव से दोनों कर्मियों के विरुद्ध शिकायत दर्ज करायी थी. सचिव ने मामले की जांच की जिम्मेवारी डीआइसी को सौंपी थी. 17 सितंबर को मामले की जांच के लिए डीआइसी डॉ चंद्र किशोर शाही एसएनएमएमसीएच पहुंचे थे.
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बगैर विभागाध्यक्ष के ही चलेगा माइक्रोबायोलॉजी विभाग
शहीद निर्मल महतो मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (एसएनएमएमसीएच) का बगैर माइक्रोबायोलॉजी विभाग के ही संचालित होगा.क्योंकि माइक्रोबायोलॉजी विभाग में बताैर सह प्राध्यापक नियुक्त डॉ सुमंगला विश्वास की प्रतिनियुक्ति एमजीएम कॉलेज, जमशेदपुर कर दी गयी है. स्वास्थ्य चिकित्सा, शिक्षा एवं परिवार कल्याण विभाग ने एक सप्ताह पूर्व उनका स्थानांतरण एमजीएम, जमशेदपुर से मेडिकल कॉलेज धनबाद किया था. तीन दिन पूर्व मेडिकल कॉलेज, धनबाद में योगदान देने के बाद डॉ सुमंगला विश्वास छुट्टी पर चली गयीं थीं. वहीं शुक्रवार को एमजीएम जमशेदपुर में उनके प्रतिनियुक्ति संबंधित निर्देश जारी कर दिया गया. इनके अलावा एसएनएमएमसीएच के पीएसएम विभाग के डॉ ऋषभ कुमार राणा की प्रतिनियुक्ति भी एमजीएम जमशेदपुर कर दी गयी है. वहीं एमजीएम, जमशेदपुर में पीएसएम विभाग में कार्यरत सह प्राध्यापक डॉ सुष्मिता ठाकुर की प्रतिनियुक्ति मेडिकल कॉलेज, धनबाद की गयी है. बता दें कि लंबे समय से स्थायी चिकित्सक नहीं होने के कारण मेडिकल कॉलेज के माइक्रोबायोलॉजी विभाग में विभागाध्यक्ष का पद रिक्त है. डॉ सुमंगला का स्थानांतरण धनबाद होने के बाद उन्हें माइक्रोबायोलॉजी विभाग में एचओडी नियुक्त करने की चर्चा चल रही थी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है