इन श्रमवीरों के बदौलत रोशन हैं हमारे घर
बिजली विभाग के मैनडेजकर्मी, कम तनख्वाह, सीमित संसाधनों के बीच रहते हैं तैनात
वरीय संवाददाता, धनबाद,
एक मई यानी मजदूर दिवस. यह केवल बताने या सुझाने का दिन नहीं, बल्कि श्रम शक्ति के सम्मान का दिन है. अपने बाजुओं के बल गढ़ने और विकट परिस्थितियों में भी देश को आगे ले जाने में लगे रहने वाले श्रमवीरों में से एक हैं झारखंड बिजली वितरण निगम लिमिटेड (जेबीवीएनएल) के मैनडेज कर्मी. इनके जिम्मे बिजली की खराबी दूर करने का काम है. चिलचिलाती धूप हो या आंधी-बारिश, रात हो या दिन, हर समय बिजली की खराबी की सूचना मिलते ही श्रमवीरों का यह समूह अपने काम में जुट जाता है. बड़ी से बड़ी खराबी हो, पर बिना रुके, बिना डरे उसे दूर कर हमारे घरों को रोशन करने में मैनडेज कर्मियों का समूह अहम भूमिका निभाता है.सीमित संसाधन, जोखिम भी, पर परेशानी हो दूर, यही है मूलमंत्र :
सीमित संसाधनों के बीच 50-60 फीट ऊंचे बिजली के खंभों पर चढ़ने लेकर अन्य कामों में कोई झिझक नहीं. कम तनख्वाह और साधनों का रोना बिना रोये दूर करते हैं परेशानी, क्योंकि यही अपना मूलमंत्र मानते हैं. कहते हैं ये श्रमवीर हम चाहते हैं हर घर से दूर हो अंधेरा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है