Dhanbad News : शिक्षा से लेकर समाज सुधार की दिशा में नयी राह दिखा रहे कोयलांचल के युवा
अगर आप कुछ करना चाहते हैं, तो आप उसे कर सकते हैं. केवल आत्मविश्वास और मेहनत की जरूरत है. स्वामी विवेकानंद के इस बात को सच कर दिखा रहे हैं कोयलांचल के युवा. अपने दृढ़ निश्चय व मेहनत के बल पर यहां के युवा विभिन्न क्षेत्रों में समाज को नयी राह दिखा रहे हैं. राज्य, देश का नाम रौशन कर रहे हैं.
कतरास. समाज में अधिकांश लोग ऐसे है, जो मनपसंद नौकरी मिलने पर जिंदगी को एंज्वॉय करते हैं. कुछ लोग ऐसे भी है, जो काम के साथ साथ दूसरों के सेवा, कल्याण में अपनी जिंदगी लगा देते हैं. ऐसे ही एक शख्स हैं पवन पांडेय. 35 वर्षीय श्री पांडेय डीएवी कोयलानगर में पीजीटी हैं. श्री पांडेय ने वर्ष 2015 में रीजेंट एकेडमिक नामक टीम बनायी. उसके माध्यम से बच्चों में प्रतियोगी परीक्षा के प्रति जागरूकता फैलाना, अंग्रेजी में कमांड करने पर जोर देने के लिए कई कैंप आयोजित किये. पवन पांडेय कतरास, टुंडी, दामोदरपुर जैसे स्थानों पर निरंतर कैंप आयोजित कर बच्चों में शिक्षा के प्रति जागरूकता फैला रहे हैं. हाल ही के दिनों में पेमिया ऋषिकेश महतो अनाथ विद्यालय टुंडी में दर्जनों छात्रों को शिक्षण तथा कपड़े उपलब्ध कराया. कैंसर के मरीज युवक के बेहतर इलाज के लिए चैरिटी कार्यक्रम आयोजित कर लगभग एक लाख रुपये की मदद पहुंचायी. श्री पांडेय अपने विद्यालय में दो गरीब बच्चों की पूरी फीस गत चार वर्षो से दे रहे हैं.
17 वर्षीय कुणाल बाघमारा अंचल में बाल विवाह के खिलाफ चला रहे अभियान :
बेहराकूदर के 17 वर्षीय युवा कुणाल कुमार सिंह बाल विवाह के खिलाफ लगातार अभियान चला रहे हैं. इतनी कम उम्र में ही समाज सेवा के क्षेत्र में अपनी अलग पहचान बनाने में कामयाब हुए हैं. श्री सिंह का चयन इस बार टाटा स्टील फाउंडेशन द्वारा चेंज मेकर अवार्ड के लिए चयन किया गया है. जनवरी 2023 से पर्यावरण, शिक्षा दान तथा बाल विवाह जैसी कुप्रथा पर रोक लगाने को लेकर कुछ युवा साथी के साथ सामाजिक कार्य शुरू किया. सामाजिक कार्यों में रुचि को देखते हुए टाटा स्टील फाउंडेशन जामाडोबा यूनिट ने अगस्त 2023 में कुणाल को रिश्ता प्रोजेक्ट के तहत साथिया से जोड़ा. कुणाल और इसके साथियों को प्रशिक्षण दिया गया. कुणाल अपने युवा साथियों के साथ बाघमारा क्षेत्र के बेहराकुदर, दरिदा सिनिडीह आदि क्षेत्रों में शिक्षा दान, पर्यावरण तथा बाल विवाह रोक थाम पर काम करने लगा. कुणाल ने बताया कि अब तक दो वर्षों में 5 बच्चियों को बाल विवाह रोकने में कामयाब हुए हैं. जबकि पर्यावरण संरक्षण को लेकर 800 पौधारोपण कराया है. 150 बच्चों को शिक्षा दान के तहत बच्चों को शिक्षण सामग्री दी गयी है. कुछ बच्चों को विद्यालय में नामांकन कराया गया है. दर्जनाधिक विद्यार्थियों को नशे के लत से दूर करने में भी सफल रहे हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है