पैसों के अभाव में स्पोर्ट्स टीचर ने कर ली खुदकुशी

धनबाद के कार्मल स्कूल समेत कई शिक्षण संस्थानों में छात्रों को बॉस्केटबॉल की पार्टटाइम कोचिंग देने वाले कोच राघवेंद्र कुमार सिंह ने आत्महत्या कर ली. राघवेंद्र का शव इस्ट बसुरिया ओपी क्षेत्र के पातामहल के जंगल में 23 जून को मिला था

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 26, 2020 6:33 AM

धनबाद/तेतुलमारी : धनबाद के कार्मल स्कूल समेत कई शिक्षण संस्थानों में छात्रों को बॉस्केटबॉल की पार्टटाइम कोचिंग देने वाले कोच राघवेंद्र कुमार सिंह ने आत्महत्या कर ली. राघवेंद्र का शव इस्ट बसुरिया ओपी क्षेत्र के पातामहल के जंगल में 23 जून को मिला था. पुलिस अज्ञात शव की शिनाख्त में जुटी थी. पहचान उनकी जेब से बरामद मोबाइल फोन से हुई. इस्ट बसुरिया पुलिस ने फोन कर परिजनों से संपर्क किया, तो पता चला कि मृतक राघवेंद्र कुमार सिंह बॉस्केटबॉल के कोच थे. वह बिहार के लखीसराय जिले के बड़हिया स्थित इंदुपुर के रहने वाले थे. मृतक के भाई गौरव कुमार सिंह ने इस्ट बसुरिया आकर शव की शिनाख्त की.

गौरव ने बताया कि उनकी बहन मटकुरिया में रहती है. राघवेंद्र धनबाद में रहते थे. वह कार्मल स्कूल में पार्टटाइम स्पोर्ट्स शिक्षक थे. लॉकडाउन में स्कूल बंद होने से आर्थिक रूप से परेशान रहा करते थे. वह परिजनों को फोन कर हमेशा पैसे नहीं होने की बात कह जान देने की बात करते थे. गौरव की मानें तो राघवेंद्र डिप्रेशन में चले गये थे. वे लोग चाह कर भी उनकी मदद नहीं कर पा रहे थे. गौरव के अनुसार, उनके भाई ने तनाव व नशे में अपनी जान दे दी. उन्होंने घटना को लेकर किसी पर कोई संदेह नहीं जताया है. इस्ट बसुरिया पुलिस ने भाई के बयान पर यूडी केस दर्ज कर शव परिजन के सुपुर्द कर दिया. आज मटकुरिया में दाह-संस्कार किया गया.

लॉकडाउन में डिप्रेशन के हो गये थे शिकार : कार्मल स्कूल प्रबंधन के अनुसार, उनकी सेवा नियमित नहीं थी. उन्हें स्कूल में परीक्षा के समय या छुट्टियों के दौरान नहीं बुलाया जाता था. स्कूल में अंतिम बार जनवरी में आये थे. इसके बाद फरवरी में वार्षिक परीक्षा शुरू होने के बाद नहीं बुलाया जा रहा था. मार्च में स्कूल खुलने पर आने को कहा गया था, लेकिन इसी बीच लॉकडाउन लग गया और स्कूल नहीं खुला. राघवेंद्र निजी तौर पर भी दूसरी जगहों पर कोचिंग देते थे. कोरोना के चलते वह भी बंद हो गया था. जिसकी वजह से गंभीर आर्थिक संकट से जूझ रहे थे. ऊपर से नशे की लत ने उनकी आर्थिक स्थिति और खराब कर दी थी.

धनबाद के कार्मल स्कूल समेत कई स्कूलों में देते थे पार्टटाइम कोचिंग

23 जून को इस्ट बसुरिया ओपी क्षेत्र के पातामहल के जंगल में मिला था शिक्षक का शव

बिहार के लखीसराय जिले के बड़हिया स्थित इंदुपुर के थे रहनेवाले

Post by : Pritish Sahay

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