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Sri Sri Ravi Shankar in Dhanbad Jharkhand | धनबाद, संजीव झा : आध्यात्मिक गुरु सह आर्ट ऑफ लिविंग (Art of Living) के संस्थापक पद्म भूषण श्री श्री रविशंकर ने कहा है कि चिंता नहीं, साधाना करें. अपनी सारी चिंताएं गुरु को दे दें. खुद प्रसन्न रहें, दूसरों की सेवा करें. आपको सब कुछ प्राप्त होगा. उन्होंने कहा कि जहां सब मिलकर कीर्तन करते हैं, वहीं कुंभ है. वहीं मोक्ष का द्वार खुलता है. आध्यात्मिक गुरु श्री श्री रविशंकर ने ये बातें गुरुवार को धनबाद जिले में बाघमारा के चिटाहीधाम में चल रहे रामराज मंदिर के वार्षिकोत्सव समारोह में आये श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए कहीं. श्री श्री संस्कार ज्ञानपीठ हरिणा में भी अपने अनुयायियों से मिले और सभी को आशीर्वाद दिया.
गुरु आशीर्वाद देने में कभी कमी नहीं करते – श्री श्री
आध्यात्मिक गुरु ने कहा कि गुरु कभी चांदी, तो कभी सूरज, तो कभी बिजली की तरह आते हैं. जब जीवन में गुरु मिल जायें, तो अपनी सारी चिंताएं गुरु को दे देनी चाहिए. खुद प्रसन्न रहें. साधना एवं सेवा में ज्यादा समय व्यतीत करें. श्री श्री रविशंकर ने कहा कि गुरु आशीर्वाद में कभी कमी नहीं करते.
- चिंता नहीं, साधना करें सब कुछ प्राप्त होगा
- आध्यात्मिक गुरु पहुंचे चिटाहीधाम
- अपनी सारी चिंताएं गुरु को दे दें
- खुद प्रसन्न रहें, असाहयों की सेवा में समय बितायें
विविधता में एकता की मिसाल है महाकुंभ – श्री श्री रविशंकर
उन्होंने कहा कि महाकुंभ से सीधे यहां आ रहे हैं. महाकुंभ के पुण्य का लाभ यहां के लोगों को भी मिलेगा. श्री श्री ने कहा कि जहां सब मिल-जुलकर पूजा करते हैं. भजन करते हैं. वहीं कुभ है. वहीं मोक्ष का मार्ग खुलता है. इसलिए सब मिल कर कीर्तन-भजन करें. ईश्वर आपकी रक्षा करेंगे. आपकी मनोकामनाएं जरूर पूर्ण करेंगे. उन्होंने कहा कि पुरातन और नूतन को साथ लेकर चलना ही सनातन है. महाकुंभ ने पूरी दुनिया को एक संदेश दिया है कि यह विविधता में एकता की मिसाल है.
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लंबे अर्से बाद झारखंड आने का मौका मिला – श्री श्री रविशंकर
श्री श्री रविशंकर ने कहा कि यहां के सांसद ने काफी आग्रह किया था. इसलिए थोड़ी देर के लिए चिटाहीधाम आये हैं. एक लंबे अंतराल के बाद झारखंड आने का मौका मिला. यह एक बहुत ही अच्छा राज्य है. यहां के लोग अच्छे हैं. यहां के लोगों को बहुत-बहुत आशीर्वाद. जिनको भी मौका मिले, आर्ट ऑफ लिविंग के बेंगलुरु स्थित मुख्यालय आकर कोर्स कर सकते हैं.
बोकारो में हेलीकॉप्टर से उतरे, सड़क मार्ग से पहुंचे चिटाहीधाम
इससे पहले आध्यात्मिक गुरु हेलीकॉप्टर से बोकारो पहुंचे. बोकारो से सड़क मार्ग से चिटाहीधाम आये. पहले सांसद ढुलू महतो के आवास पर गये. यहां पर सांसद ढुलू महतो और बाघमारा के विधायक शत्रुघ्न महतो ने उनका स्वागत किया.
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