राज्यस्तरीय टीम करेगी स्कोर कार्ड की समीक्षा, विद्यालयवार होगी जांच
राज्यस्तरीय टीम विद्यालयवार स्कोर कार्ड का करेगी स्थलीय निरीक्षण
स्कूली शिक्षा व साक्षरता विभाग के तत्वावधान में सीएम स्कूल ऑफ एक्सीलेंस और प्रखंड स्तरीय आदर्श विद्यालयों के निरंतर विकास के लिए स्कोर कार्ड बनाया जा रहा है. राज्य स्तर पर अब इसकी समीक्षा की जायेगी. इसके लिए टीम गठित की गयी है, जो स्कूलों की वास्तविक स्थिति को देखेगी. स्कोर कार्ड के लिए पहले विद्यालय स्तर पर लेवल वन में और फिर जिलास्तर पर लेवल टू में विद्यालयों का नौ मापदंडों में मूल्यांकन किया जाना था. जिला स्तर पर मूल्यांकन संपन्न होने के बाद अब राज्यस्तरीय टीम द्वारा लेवल तीन में विद्यालयवार स्कोर कार्ड का स्थलीय निरीक्षण व विद्यालयों का अवलोकन करते हुए स्कोर कार्ड के प्रमाणीकरण का कार्य किया जायेगा. इसके लिए राज्यस्तरीय टीम गठित की गयी है. सीएम स्कूल ऑफ एक्सीलेंस 23 और 24 दिसंबर को निरीक्षण करेगी. स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता सचिव उमाशंकर सिंह ने पदाधिकारियों को विद्यालयों के स्कोर कार्ड के प्रमाणीकरण को पूरी ईमानदारी, निष्पक्षता और शुद्धता से करने का निर्देश दिया.
ये है मापदंड :
विद्यालयों को 600 एवं 400 अंकों के दो प्रमुख वर्गों को मिलाकर 1000 अंकों के कुल 9 मापदंडों में अधिक अंक लाना होगा. तभी उन्हें गोल्ड, सिल्वर और ब्रोंज सर्टिफिकेट मिलेगा. नौ मापदंडों में कक्षा मूल्यांकन, स्कूल प्रक्रियाओं, शिक्षक व पठन पाठन, सक्रिय कक्षा वातावरण, विद्यार्थी और शिक्षा की गुणवत्ता, स्कूल सुरक्षा और बुनियादी ढांचा, समुदाय आधारित हस्तक्षेप, पोषण, स्वास्थ्य और स्वच्छता व स्कूल प्रशासन एवं प्रबंधन शामिल हैं. जनवरी 2025 में वर्गीकृत विद्यालयों को सम्मानित एवं पुरस्कृत किया जाएगा. बेहतर प्रदर्शन करने वाले विद्यालयों को उच्च गुणवत्ता आधारित बुनियादी ढांचा और शिक्षक नियुक्ति विषयों में भी वरीयता मिलेगी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है