Dhanbad News : सिंफर में विज्ञान भारती का राज्य स्तरीय विद्यार्थी विज्ञान मंथन कार्यक्रम आयोजित

बोले सुकुमार मिश्र-नावाचार, वैज्ञानिक प्रगति के लिए क्षमता विस्तार जरूरी, अरविंद मिश्र ने कहा- वर्तमान छात्र ही भारत के भविष्य हैं

By Prabhat Khabar News Desk | December 16, 2024 1:15 AM

छात्रों में सच्चा ज्ञान विश्लेषण करने की क्षमता निहित है. सभी छात्रों को अपने विश्लेषणात्मक कौशल को निखारने जरूरत है, जो सफलता के लिए महत्वपूर्ण हैं. ये क्षमताएं न केवल शैक्षणिक विकास के लिए आवश्यक हैं, बल्कि नवाचार और वैज्ञानिक प्रगति से प्रेरित भविष्य को आकार देने के लिए भी आवश्यक है. इन कौशलों को विकसित करने से, छात्रों का कल्याण होगा. यह कहना है आइआइटी (आइएसएम) धनबाद के निदेशक प्रो सुकुमार मिश्रा का. वह रविवार को सिंफर में राज्य स्तरीय शिविर विद्यार्थी विज्ञान मंथन कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे. विज्ञान भारती द्वारा आयोजित यह कार्यक्रम एक राष्ट्रीय विज्ञान प्रतिभा खोज कार्यक्रम है. समारोह की अध्यक्षता सिंफर के निदेशक प्रो अरविंद कुमार मिश्रा ने की. उन्होंने कहा कि वर्तमान छात्र भारत के भविष्य हैं. विद्यार्थी विज्ञान मंथन 2024-2025 में 23 और 27 अक्तूबर को आयोजित प्रथम स्तर के दौरान झारखंड के 102 स्कूलों से लगभग छह हजार छात्रों ने भाग लिया. इसमें से 131 छात्रों का चयन किया गया. इनमें से प्रत्येक कक्षा से शीर्ष 20 थे. इन चयनित छात्रों को सिंफर में आयोजित राज्य स्तरीय शिविर में आमंत्रित किया गया था. सभी 101 छात्रों ने सीखने और खोज के प्रति अपने समर्पण का प्रदर्शन करते हुए असाधारण ऊर्जा और भागीदारी का प्रदर्शन किया.

इन स्कूलों के छात्र हुए शामिल :

कार्यक्रम में डीएवी पब्लिक स्कूल हजारीबाग, सुरेंद्रनाथ सेंटेनरी स्कूल रांची, गुरु गोबिंद सिंह पब्लिक स्कूल, बोकारो स्टील सिटी, पीएम श्री केन्द्रीय विद्यालय चक्रधरपुर, पश्चिमी सिंहभूम ,डीएवी पीएस सीसीएल रजरप्पा प्रोजेक्ट, रामगढ़, टीपीएस डीएवी पब्लिक स्कूल बहरागोड़ा, पूर्वी सिंहभूम, एसडीएसएम स्कूल फॉर एक्सीलेंस, जमशेदपुर, डीएवी पब्लिक स्कूल कोयला नगर धनबाद और सहित कई प्रमुख स्कूलों के छात्र शामिल हुए. शिविर में विजेताओं को पुरस्कार दिया गए: प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान पर रहे प्रतिभागियों को पुरस्कार के रूप में नगद राशि दी गयी. कार्यक्रम में जोनल समन्वयक तनुश्री चक्रवर्ती,वरिष्ठ शिक्षक, डीएवी, निर्जशा और सुभाष तिवारी जोनल समन्वयक मौजूद थे. अभिषेक भरत पांडे ने धन्यवाद ज्ञापन किया. सिंफर और विज्ञान भारती की ओर से आयोजन का संपूर्ण समन्वयन मुख्य वैज्ञानिक डॉ जेके पांडे ने किया.

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