धनबाद.
बिनोद बिहारी महतो कोयलांचल विश्वविद्यालय में बुधवार को यूजीसी के निर्देश पर तमिल महाकवि, लेखक, पत्रकार और स्वतंत्रता सेनानी सुब्रमण्यम भारती की जयंती मनायी गयी. इस अवसर पर कुलपति प्रो राम कुमार सिंह की अध्यक्षता में ‘विविधता में एकता एवं भारतीय भाषा उत्सव’ विषय पर सेमिनार का आयोजन किया गया. कार्यक्रम की शुरुआत सुब्रमण्यम भारती एवं बिनोद बिहारी महतो के स्मृति चित्र पर माल्यार्पण कर की गयी. कुलपति प्रो रामकुमार सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि भारत विविधताओं से भरा देश है. यहां विभिन्न जाति, धर्म, समुदाय और भाषाओं के लोग रहते हैं. यही भारत की असली खूबसूरती और विविधता में एकता की पहचान है. उन्होंने महाकवि सुब्रमण्यम भारती के योगदान पर प्रकाश डाला. कहा कि उनकी रचनाओं में राष्ट्रवाद की भावना व्याप्त थी, जिससे भारतीय संस्कृति और भाषाओं को एक साथ जोड़ने का प्रयास किया गया. कार्यक्रम में झारखंडी लोकगीत कुड़मालि का गायन पांडव महतो व आनंद महतो ने किया. वहीं कई विभागाध्यक्षों और शोधार्थियों ने भी अपने विचार व्यक्त किये. संयोजन व संचालन डॉ मुकुंद रविदास ने किया. धन्यवाद ज्ञापन डॉ अजय कुमार ने किया. कार्यक्रम में डीएसडब्ल्यू डॉ पुष्पा कुमारी, विवि शिक्षक संघ के अध्यक्ष डॉ धर्मेंद्र कुमार सिंह भी उपस्थित थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है