Giridih threats : गिरिडीह सेंट्रल जेल की अधीक्षक हिमानी प्रिया को मिली जान से मारने की धमकी

कुख्यात गैंगस्टर अमन साहू और उसके गैंग के एक अपराधी मयंक सिंह ने गिरिडीह केंद्रीय कारा की अधीक्षक हिमानी प्रिया को जान से मारने की धमकी दी है. इंटरनेशनल कॉल कर व व्हाट्सऐप मैसेज कर मयंक कई बार धमका चुका है.

By Prabhat Khabar Print | July 2, 2024 1:14 AM

मृणाल सिन्हा, गिरिडीह. कुख्यात गैंगस्टर अमन साहू और उसके गैंग के एक अपराधी मयंक सिंह ने गिरिडीह केंद्रीय कारा की अधीक्षक हिमानी प्रिया को जान से मारने की धमकी दी है. इंटरनेशनल कॉल कर व व्हाट्सऐप मैसेज कर मयंक कई बार धमका चुका है. वहीं जेल के अंदर भ्रमण के दौरान अमन साहू ने चार दिन पूर्व हिमानी प्रिया को धमकी दी थी. बताते चलें कि 21 जून की शाम अमन को पलामू जेल से गिरिडीह केंद्रीय कारा शिफ्ट किया गया था. इससे पूर्व 20 जुलाई 2022 को गिरिडीह केंद्रीय कारा के तत्कालीन जेलर प्रमोद कुमार पर हुए फायरिंग मामले में भी अमन साहू का नाम आया था. श्री कुमार बाल-बाल बच गये थे. जेल सूत्रों के अनुसार, अमन साहू जेल के अंदर कई प्रकार की सुविधाएं चाहता है. यही वजह है कि वह जेल के भीतर खौफ पैदा कर रहा है. कहा जा रहा है कि जेल के अंदर अमन के धमकाने की घटना के बाद उसके गैंग के कुख्यात अपराधी मयंक सिंह कई बार फोन कॉल कर और व्हाट्सऐप मैसेज कर धमका चुका है. उसने खुद को अमन साहू व लॉरेंस बिश्नोई गैंग का सदस्य बताते हुए ये मैसेज किये हैं.

तीन-चार दिनों से लगातार आ रहे धमकी भरे कॉल

विश्वस्त सूत्रों के अनुसार, जेल अधीक्षक हिमानी प्रिया के ऑफिशियल मोबाइल पर पिछले तीन-चार दिनों से धमकियां दी जा रही हैं. जिस मोबाइल नंबर से कॉल आ रहा है, वह इंटरनेशनल कॉल के रूप में चिह्नित किया गया है. यह कॉल मलेशिया और साउथ अफ्रीका से किया गया है. जिस मयंक सिंह द्वारा धमकी दी जा रही है, वह अमन साहू गैंग के साथ-साथ लॉरेंस बिश्नोई गैंग के साथ भी जुड़ा हुआ है. मयंक आपराधिक मामले में भगोड़ा भी है.

हिमानी प्रिया की हर गतिविधि पर गैंग की नजर

अमन साहू गैंग जेल सुपरिटेंडेंट हिमानी प्रिया की हर गतिविधि पर नजर रखे हुए हैं. उनका लोकेशन तक गैंग के पास होता है. हिमानी के परिवार में कौन-कौन हैं, इस बात की भी जानकारी इस गैंग के पास है. यही कारण है कि धमकियों में परिजनों की बाबत भी मयंक सिंह कुछ-कुछ इशारा कर रहा है.

… तो इस बार गोली निशाने से नहीं चूकेगी

अपराधी मयंक सिंह बार-बार जेल अधीक्षक को फोन और मैसेज कर रहा है और कह रहा है : आपके बारे में बहुत सुना है, इसलिए आपसे जितना कहा जा रहा है उतना कीजिए… नहीं तो जिस तरह पुराने जेलर पर हमला हुआ था, उसी तरह आप पर भी हमला होगा. और इस बार गोली निशाने से नहीं चूकेगी. इतना ही नहीं, मयंक सिंह अधीक्षक के परिवार को भी क्षति पहुंचाने की धमकी दे रहा है.

अमन मांग रहा जेल में विशेष सुविधा

जाइये बॉस से मिलिये और हमें खबर करें, क्या हाल हैगिरिडीह. कुख्यात गैंगस्टर अमन साहू व उसके गिरोह को सदस्यों ने गिरिडीह केंद्रीय कारा की सुपरिटेंडेंट हिमानी प्रिया को फोन पर धमकी दी. गिरोह के मयंक सिंह ने जेल सुपरिटेंडेंट हिमानी प्रिया को इंटरनेशनल नंबर से मैसेज किया है और उसमें लिखा है कि हिमानी प्रिया मैडम जी मयंक सिंह बोल रहे हैं. आशा करते हैं आप स्वस्थ होंगी. अमन भैया से भेंट-मुलाकात हुआ, एक बात बोलना था मैडम जी. कहीं-कहीं मुझे आपके बारे में अच्छा फीडबैक मिला था. इसलिए आपको मैसेज और कॉल कर रहे हैं. जाइये बॉस से जाकर मिलिये और हमें खबर करें क्या हाल-समाचार है बॉस का.

लगातार मिल रही है जान से मारने की धमकी : हिमानी

इधर, जेल सुपरिटेंडेंट हिमानी प्रिया ने बताया कि पिछले तीन-चार दिनों से उन्हें लगातार जान से मारने की धमकी दी जा रही है और तरह-तरह से दहशत फैलाने की कोशिश की जा रही है. कहा कि रुटीन वर्क के दौरान जब वह जेल घूम रही थी, उस वक्त भी अमन साहू ने खुद धमकी दी है. इसके बाद अलग-अलग नंबर से कॉल कर उन्हें धमकी दी जा रही है. इस संबंध में उन्होंने गिरिडीह के डीसी, एसपी के साथ-साथ जेल के वरीय अधिकारियों को भी इसकी सूचना दी है. एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि उन्हें अब-तक बॉडीगार्ड नहीं मिला है. प्रोटोकॉल के अनुसार दो अंगरक्षक उन्हें मिलना था. लेकिन, सात माह में दो-तीन माह ही अंगरक्षक उन्हें मिला और फिर हटा लिया गया है. कहा कि उन्होंने अमन साहू को स्पष्ट कहा है कि जेल मैनुअल का पालन किया जायेगा और जेल के अंदर वह प्रतिबंधित सुविधाएं नहीं दे पायेंगी.

21 जून को पलामू से गिरिडीह शिफ्ट हुआ है अमन साहू

कुख्यात गैंगस्टर अमन साहू को कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच बीते 21 जून की शाम को पलामू जेल से गिरिडीह केंद्रीय कारा में शिफ्ट किया गया है. हाल के कुछ दिनों से अमन गैंग के गुर्गों की गतिविधि काफी बढ़ गयी है. इसी को देखते हुए डीजीपी के आदेश पर यह कार्रवाई की गयी है. हालांकि अमन साहू की गिरिडीह केंद्रीय कारा में शिफ्टिंग के बाद गिरिडीह पुलिस के साथ-साथ जेल प्रशासन भी अलर्ट मोड पर है और जेल की सुरक्षा बढ़ा दी गयी है. अमन साहू जिस जेल में रहता है, उसी जेल से वह अपना गैंग चलाना शुरू कर देता है. पूर्व में ही इस तरह के मामले सामने आ चुके हैं, जिसमें पाया गया है कि अमन साहू को जहां शिफ्ट किया जाता है, वहां से ही अपने अपराध के कारोबार को संचालित करने लगता है. अमन ने जेल से ही विभिन्न जिलों के व्यवसायियों को धमकी देने और रंगदारी वसूलने का भी काम करते आ रहा है.

पूर्व जेलर प्रमोद कुमार पर करवाया था जानलेवा हमला

गैंगस्टर अमन साहू वर्ष 2022 में भी गिरिडीह केंद्रीय कारा में बंद था. इसी बीच जेल से ही वह कई तरह के अपराध कर रहा था. इसी बीच अप्रैल 2022 में गिरिडीह केंद्रीय कारा में शिफ्ट होने के बाद ही उसने तत्कालीन जेलर प्रमोद कुमार को जान से मारने की साजिश रची थी. 20 जुलाई 2022 को तत्कालीन जेलर अनिमेष कुमार चौधरी के वाहन पर सवार तत्कालीन जेलर प्रमोद कुमार पर अमन साहू के गुर्गे ने हरसिंहरायडीह में उनकी गाङी के उपर फायरिंग करवाई थी, हालांकि वे इस हमले में बाल-बाल बच गए थे.

झारखंड के कई जिलों में फैला है गैंग का नेटवर्क

अमन साहू का नेटवर्क धनबाद, रांची, रामगढ़, चतरा, हजारीबाग, पलामू, लातेहार, बोकारो जैसे झारखंड के तमाम जिलों में फैला हुआ है. साहू के रडार पर कोल माइनिंग कंपनियां, कोयला व्यवसायी और ट्रांसपोर्ट फील्ड के बिजनेसमैन रहते हैं. साहू इनको अपना टारगेट बनाकर इनसे रंगदारी की मांग करता है और जो उसकी बात नहीं मानता उसके गुर्गे उसे उनलोगों के उपर हमला कर दहशत फैलाने का काम करता है.

2019 में पहली बार हुआ था गिरफ्तार

कुख्यात गैंगस्टर अमन साहू पहली बार 2019 में गिरफ्तार हुआ था. लेकिन, 29 सितंबर 2019 को ही वह पुलिस की गिरफ्त से फरार हो गया. पुलिस ने उसे 3 साल बाद जुलाई 2022 में दोबारा गिरफ्तार किया. साहू इसके पूर्व पलामू जेल में बंद था जिसे अब गिरिडीह केंद्रीय कारा में शिफ्ट कर दिया गया है. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार अमन साहू के गिरोह के पास कई अत्याधुनिक हथियार हैं जिसके दम पर वह अपने गिरोह के सदस्यों के बल पर रंगदारी व लेवी वसूलने का काम करता है.

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