रांची : बीसीसीएल की सिजुआ क्षेत्र की जोगता साइडिंग गुुरुवार को गोलियों और बम के धमाकों से थर्रा उठी. इलाके में आधे घंटे तक गोलियों और बम के धमाके गूंजते रहे. हालांकि, घटना में को हताहत नहीं हुआ है. पूरी घटना पुलिस के सामने घटी.
इस दौरान एक आवास में छिपे इंटक मजदूर प्रकोष्ठ के जिला सचिव अरमान मल्लिक को बंद समर्थकों ने जमकर पिटाई कर दी. वह गंभीर रूप से घायल हो गये. पुलिस ने उन्हे बंद समर्थकों से बचाकर साथ ले गयी.अरमान से एक कट्टा जब्त किया गया है. साथ ही अन्य चार लोग हिरासत में लिये गये हैं और छह बाइकें भी जब्त की गयी हैं. घटना के बाद पूर्व घोषित कार्यक्रम के तहत शाम चार बजे मैनुअल लोडिंग की मांग को लेकर आहूत धरना स्थल पर पूर्व मंत्री जलेश्वर महतो सहित राम-रहीम व अन्य पहुंचे. पूर्व विधायक ने घटना की जानकारी भी ली.
जोगता साइडिंग में गुरुवार को पेलोडर लोडिंग को बंद कर मैनुअल लोडिंग शुरू कराने की मांग को लेकर कांग्रेस का धरना पूर्व निर्धारित था. दोपहर में सैकड़ों बंद समर्थक विकास सिंह के नेतृत्व में साइडिंग की ओर आ रहे थे. साइडिंग से कुछ दूरी पर पुलिस ने बंद समर्थकों को रोकने का प्रयास किया, पर समर्थक आगे बढ़ गये.
जैसे ही समर्थक साइडिंग के समीप पहुंचे, उनका सामना पहले से मौजूद इंटक (ददई गुट) समर्थकों से हो गया. इंटक के कार्यकर्ता भी विरोध में नारेबाजी करने लगे. स्थिति विस्फोटक हो गयी. पुलिस कुछ समझ पाती, तभी पीछे साइड से बंद समर्थकों को निशाना बनाते हुए बम और गोली चलाने लगे. कांग्रेस समर्थक भी ईंट व पत्थर लेकर गोली व बम चलानेवालों की ओर दौड़ पड़े. अपनी ओर हुजूम को बढ़ता देख गोली चला रहे असामाजिक तत्व फायरिंग करते हुए जोगता 11 नंबर बस्ती की ओर भागने लगे. पीछे-पीछे बंद समर्थक भी सभी को दौड़ाने लगे. इसी क्रम में बंद समर्थकों को पता चला कि गोली-बम चलानेवालों में शामिल युवक अरमान एक घर में छिपा है.
बंद समर्थकों ने उस आवास को चारों तरफ से घेर लिया. कई लोग उस घर में घुस गये और अरमान की लाठी, डंडे से जमकर पिटाई कर दी. बाद में बंद समर्थको ने एक दूसरे आवास में छिपे एक अन्य युवक को पिटाई कर पुलिस को सौंप दिया. इस क्रम में भाग रहे संजीत नोनियां, जावेद अंसारी तथा बबलू सिंह को दौड़ाकर पकड़ लिया.
posted by : sameer oraon