वरीय संवाददाता, धनबाद.
जिले के सरकारी अस्पतालों से लेकर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र आदि केंद्रों में ट्यूबरक्लोसिस (टीबी) की दवा का वितरण बुधवार से शुरू हो गया. तीन माह से जिले के सभी सरकारी अस्पताल व स्वास्थ्य केंद्र में टीबी की दवा समाप्त हो चुकी थी. अस्पताल व स्वास्थ्य केंद्रों में पहुंचने वाले मरीजों को बिना दवा के ही लौटाया जा रहा था. इससे उन्हें बाहर से दवा खरीदनी पड़ रही थी. जबकि, सरकारी अस्पतालों व स्वास्थ्य केंद्रों में टीबी की दवा नि:शुल्क मुहैया कराई जाती है. सिविल सर्जन डॉ चंद्रभानु प्रतापन ने बताया कि मुख्यालय के निर्देश पर दुमका स्वास्थ्य विभाग से दवा मंगाई गई है.फर्स्ट स्टेज वाले मरीजों को नहीं मिल रही थी दवा :
जिले के सरकारी अस्पतालों व स्वास्थ्य केंद्रों में फर्स्ट स्टेज वाले टीबी के मरीजों को दी जाने वाली दवा एफडीसी-फोर का स्टॉक खत्म हो चुका था. प्रारंभिक जांच में टीबी की पुष्टि होने पर मरीजों को एफडीसी-फोर दवा खानी पड़ती है. उन्हें दिनभर में तीन वक्त यह दवा खाने की सलाह चिकित्सक देते हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है