निदेशक के बयान के विरोध में नंगे पैर रहे शिक्षक
शिक्षक संगठनों ने की झारखंड शिक्षा परियोजना निदेशक के बयान की निंदा की है. इसके खिलाफ शिक्षक आंदोलन की तैयारी कर रहे हैं.
धनबाद.
झारखंड ऑफिसर टीचर्स एंड इंप्लाई फेडरेशन के आह्वान पर धनबाद के शिक्षकों ने झारखंड शिक्षा परियोजना निदेशक आदित्य रंजन के बयान के विरोध में नंगे पैर रहकर स्कूलों में पठन पाठन किया. बता दें कि शिक्षा परियोजना निदेशक आदित्य रंजन के कथित वायरल वीडियो में यह कहते सुना जा रहा है कि यदि कोई भी शिक्षक विद्यालय में चप्पल पहन कर आते हैं तो वह उसी चप्पल से उन्हें पीटेंगे. फेडरेशन के उज्ज्वल तिवारी और जय होरो ने कहा कि शिक्षक समाज का सबसे प्रतिष्ठित वर्ग होता है. शैक्षणिक कार्य को बेहतर बनाने के लिए हंटर और गाली- गलौज नहीं बल्कि सम्मान और संसाधन चाहिए. एक वरिष्ठ अधिकारी से ऐसे अशिष्ट बयान की उम्मीद नहीं की जा सकती. हम इसकी घोर निंदा करते हैं. वहीं अखिल झारखंड प्राथमिक शिक्षक संघ की धनबाद जिला इकाई ने भी इस बयान का विरोध किया. इसे अपमानजनक एवं शिक्षक की गरिमा के विरुद्ध बताया. कहा कि यह दर्शाता है कि राज्य की नौकरशाह शिक्षा व्यवस्था को चौपट करने पर किस कदर तुले हैं. इसके विरोध में और विभिन्न मांगों के समर्थन में संगठन पांच अगस्त से राज्यव्यापी आंदोलन करेगा. मुख्यमंत्री निवास के समक्ष आमरण अनशन कर शिक्षकों का अपमान करने वाले पदाधिकारी को पदमुक्त करने की मांग की जाएगी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है