वरीय संवाददाता, धनबाद.
धनबाद जेल में गैंगस्टर अमन सिंह की तीन दिसंबर 2023 को गोली मारकर हत्या कर दी गयी थी. मामले में जेल में बंद सुंदर महतो उर्फ रितेश पर पिस्टल से गोली मारने का आरोप लगा था. इस पूरे षडयंत्र के मात्र दो-तीन दिन पहले ही मुनीडीह पुलिस ने रितेश को जिस बाइक की चोरी के आरोप में जेल भेजा था, वह सात जुलाई 2023 को एसएनएमएमसीएच से चोरी हुई थी. घटना के पांच माह बाद साजिश के तहत सुंदर उर्फ रितेश ने उक्त बाइक का प्रयोग किया और बाइक चोरी के आरोप में उसे जेल भेजा गया. अब मुनीडीह पुलिस मामले की जांच कर रही है. इसमें परत-दर-परत राज खुलता जा रहा है.हत्या के बाद बाइक चोरी का केस हुआ एफआरटी :
सात जुलाई 2023 को बलियापुर के कालीपुर निवासी बलराम महतो की बाइक एसएनएमएमसीएच से चोरी हुई थी. इस संबंध में बलराम महतो ने सरायढेला थाना में प्राथमिकी दर्ज करायी थी. पुलिस ने कांड संख्या 167-23 दर्ज किया था. इसके पांच माह बाद पुलिस ने केस को एफआरटी कर दिया. जबकि मुनीडीह पुलिस को इसका पता नहीं चला कि जिस बाइक की चोरी के आरोप में उसने सुंदर उर्फ रितेश को जेल भेजा था, उसकी बाइक चोरी की प्राथमिकी पहले ही सरायढेला थाना में दर्ज है.पांच माह तक छिपा कर रखी थी बाइक:
सात जुलाई 2023 को बाइक चुराने के बाद उसे छुपाकर रखा गया था. इसके बाद अमन सिंह की हत्या का पूरा षडयंत्र रच लेने के बाद अपराधियों ने सुंदर उर्फ रितेश को बाइक देकर मुनीडीह थाना क्षेत्र के एक ग्राउंड में भेजा था, जहां से पुलिस ने उसे बाइक चोरी के आरोप में गिरफ्तार किया.अब भी कई नामों का होना है खुलासा :
पुलिस सूत्रों ने बताया कि अमन सिंह की हत्या के बाद कई जानकारी जुटानी बाकी है. इसमें रितेश को बाइक देकर ग्राउंड में भेजने वाले कौन थे. किसने पुलिस को सूचना दी और किन-किन लोगों ने षडयंत्र रचा था. इसका खुलासा होना बाकी है. सीआइडी अब तक इसकी जानकारी नहीं जुटा पाया है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है