शुरू होने से पहले खंडहर में तब्दील न हो जाये 167 करोड़ के सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल

चिंता : तीन साल से तैयार है बिल्डिंग, पर हैंडओवर नहीं लेने से वार्डों में जमी धूल की मोटी परत

By Prabhat Khabar News Desk | August 4, 2024 1:43 AM
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शहीद निर्मल महतो मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (एसएनएमएमसीएच) परिसर में बने सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल की बिल्डिंग का निर्माण कार्य तीन साल पहले कर लिया गया है. 2021 में बने इस भवन को एसएनएमएमसीएच प्रबंधन हैंडओवर लेने से इनकार कर रहा है. नतीजा रख-रखाव के अभाव में सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल के विभिन्न वार्डों में धूल की मोटी परत जम गयी है. ओपीडी से लेकर इंडोर के विभिन्न विभागों में मकड़जाल फैल गया है. कई हिस्सों में सिपेज आ चुकी है. हालांकि, बिल्डिंग का निर्माण करने वाली कंपनी समय-समय पर इसे दुरुस्त कर रही है. बावजूद इसके आशंका व्यक्त की जा रही है कि कहीं शुरू होने से पहले खंडहर में न तब्दील हो जाये सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल की बिल्डिंग.2016 में शुरू हुआ सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल का निर्माण का कार्य 2021 में पूरा कर लिया गया. अस्पताल के लिए चिकित्सक व स्वास्थ्य कर्मी नहीं मिलने के कारण इसे अबतक शुरू नहीं किया जा सका है. सुपर स्पेशियलिटी के लिए लगभग 80 करोड़ रुपये की लागत से अत्याधुनिक मशीनें मंगवाई गयी हैं. इनमें से कई मशीनों को इंस्टॉल करने का कार्य लगभग दो साल पहले पूरा कर लिया गया है. लंबे समय से पड़े-पड़े इन मशीनों के खराब होने का खतरा बढ़ गया है.

अस्पताल शुरू नहीं हो पाने की वजह

चार बार निकली बहाली, पर नहीं आये चिकित्सक :

सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल के लिए पहले से सरकार ने चिकित्सकों के 94 पद स्वीकृत किया है. अबतक चार बार चिकित्सकों की बहाली निकाली गयी है, लेकिन साक्षात्कार के लिए एक भी डॉक्टर नहीं पहुंचे. सुपर स्पेशियलिटी में एमसीएच और इससे समतुल्य पद के डॉक्टरों की बहाली होनी हैं. इसके अलावा प्रशिक्षित कर्मचारियों की भी बहाली होनी है. इसके लिए 300 से ज्यादा कर्मचारियों के पद सृजित किये गये हैं.

एयरपोर्ट नहीं होने की वजह से धनबाद आना नहीं चाहते चिकित्सक :

धनबाद में एयरपोर्ट नहीं होना सुपर स्पेशियलिटी के लिए ग्रहण साबित हो रहा है. एयरपोर्ट नहीं होने के कारण ही चिकित्सक धनबाद आना नहीं चाहते है. धनबाद के चिकित्सक भी इस बात को मानते हैं.

चिकित्सकों की सुरक्षा की गारंटी नहीं :

सुरक्षा को लेकर भी चिकित्सक धनबाद आने से परहेज करते है. हाल के कुछ वर्षों में देखा गया है कि चिकित्सकों पर हमले तेज हुए है. वे गैंगस्टरों की रडार पर हैं. चिकित्सकों से रंगदारी मांगने की बात भी सामने आ चुकी है. यही वजह है कि चिकित्सक सुरक्षा की गारंटी नहीं मिलने के कारण धनबाद आने से परहेज कर रहे हैं.

यह भी जानें

एसएनएमएमसीएच कैंपस में सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल का निर्माण 2016 में शुरू हुआ था.

केंद्र सरकार ने सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल के लिए 167 करोड़ रुपये आवंटित किया था.

अस्पताल की क्षमता 200 बेड की है. इसमें 160 जनरल और 40 आइसीयू बेड लगाये गये हैं.

अस्पताल में आठ माड्यूलर ऑपरेशन थियेटर स्थापित किये गये हैं.

अस्पताल में अलग से रेडियोलाॅजी और पैथोलाॅजी की भी तैयारी की गयी है.

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