Dhanbad News : पीजी इकोनॉमिक्स विभाग में 20 दिनों से शिक्षकों की कमी, छात्रों की शिकायत विवि में सुनने वाला कोई नहीं
12 दिन पहले छात्रों ने कुलपति से लगायी थी गुहार, अगले महीने शुरू होनी है सेमेस्टर तीन की परीक्षा, मगर पढ़ाई अब तक है अधूरी
बिनोद बिहारी महतो कोयलांचल विश्वविद्यालय (बीबीएमकेयू) के पीजी इकोनॉमिक्स विभाग में पिछले 20 दिनों से शिक्षक नहीं हैं. इसके चलते छात्रों की पढ़ाई बुरी तरह प्रभावित हो रही है. दिसंबर के अंतिम सप्ताह में इकोनॉमिक्स विभाग में मौजूद दो शिक्षकों का तबादला दूसरे कॉलेजों में कर दिया गया. इस वजह से पब्लिक फाइनेंस, माइक्रो, मैक्रो और इंटरनेशनल इकोनॉमिक्स जैसे महत्वपूर्ण पेपरों के लिए एक भी शिक्षक नहीं हैं. पीजी सेमेस्टर तीन के छात्रों का 50 प्रतिशत और सेमेस्टर एक केवल 10 प्रतिशत सिलेबस ही पूरा हो पाया है. विभाग में इस समय सिर्फ एक शिक्षक हैं, जो इकोनॉमिक मैथेमेटिक्स और सांख्यिकी पढ़ाते हैं, लेकिन वह सभी विषयों को कवर नहीं कर पा रहे हैं.
अगले महीने सेमेस्टर तीन की परीक्षा, छात्र चिंतित :
छात्रों की चिंता इस बात को लेकर बढ़ गयी है कि अगले महीने से पीजी सेमेस्टर तीन की परीक्षा शुरू होनी है और उनकी पढ़ाई अधूरी रह गयी है. छात्रों का कहना है कि उन्हें अब समझ में नहीं आ रहा है कि परीक्षा के लिए तैयारी कैसे करें, क्योंकि सिलेबस पूरा नहीं हो पाया.कुलपति से पहले ही लगायी थी गुहार, लेकिन सुधरी स्थिति :
छात्रों के अनुसार उन लोगों ने 12 दिन पहले कुलपति प्रो राम कुमार सिंह से इस मुद्दे पर मदद की गुहार लगायी थी और उन्होंने वैकल्पिक व्यवस्था का भरोसा भी दिया था, लेकिन अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है. छात्रों का कहना है कि विवि अधिकारी भी उन्हें कोई समाधान नहीं दे पा रहे हैं. यहां तक कि जब छात्रों ने अपनी समस्या उठायी, तो उन्हें कहा गया कि अगर शिक्षक नहीं हैं, तो घर पर बैठकर प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करें. विभागाध्यक्ष पर है कक्षा संचालन की जिम्मेवारी : विभागाध्यक्ष डॉ बी कुमार, जो कतरास कॉलेज के प्रभारी प्राचार्य भी हैं, वह कॉलेज में अधिक व्यस्त रहते हैं. वह दोपहर दो बजे के बाद विश्वविद्यालय आते हैं. इस कारण वह छात्रों की कक्षाओं का संचालन नहीं कर पाते हैं.छात्रों का विवि में आना लगभग हुआ बंद :
विवि प्रशासन की इस लापरवाह रवैये के कारण, पीजी इकोनॉमिक्स के करीब 250 छात्रों में से अधिकांश ने विवि आना लगभग छोड़ दिया है. बमुश्किल हर 10 से 15 छात्र ही विवि आ रहे हैं, और ये वो छात्र हैं जिनका विवि में कोई प्रशासनिक काम होता है.कोट
छात्रों को पहले डीन और अपने विभागाध्यक्ष से संपर्क करना चाहिए. तभी उनकी समस्या मेरे पास आसेगी. मैं इस मामले में विभागाध्यक्ष और डीन से बात करूंगा. उम्मीद है कि समस्या का समाधान जल्द होगा.– प्रो राम कुमार सिंह
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