कृष्ण के प्रेम में आसक्ति नहीं, मुक्ति है : जयश्री
साबलपुर में संकीर्तन के दूसरे दिन राधा-कृष्ण के प्रेम का वर्णन
गोविंदपुर.
बीरभूम (पश्चिम बंगाल) से आयी जयश्री मंडल ने श्री श्री हरि कीर्तन समिति साबलपुर द्वारा आयोजित चार संकीर्तन के दूसरे दिन राधा-कृष्ण के प्रेम का वर्णन किया. उन्होंने कहा कि राधा और कृष्ण का प्रेम अनूठा है. उसमें वासना नहीं है. कृष्ण के प्रेम में आसक्ति नहीं, मुक्ति है. इसके पूर्व रंग दल के कलाकारों ने विभिन्न परिधानों से सुसज्जित होकर गीत-नृत्य का ऐसा समां बांधा कि दर्शक घंटों मंत्रमुग्ध हो देखते रहे. इसके पश्चात बड़ा दल की गायिका जयश्री मंडल का जादू आधी रात तक सर चढ़कर बोलते रहा. गांव एवं आसपास के इलासे से बड़ी संख्या में महिलाएं इस आयोजन में भक्ति भाव से भाग ले रही हैं. बुधवार को संकीर्तन की पूर्णाहुति कुंज मिलन के साथ होगी. कार्यक्रम में प्रखंड प्रमुख निर्मला सिंह, मुखिया रेशम कुमारी, आप नेता डीएन सिंह आदि भी पहुंचे. आयोजन में हरि कीर्तन समिति के अध्यक्ष अधिवक्ता पार्थ सारथी गोप, पूर्व मुखिया सुभाष गिरि, शिवपूजन गोप, कीरिटी भूषण यादव समेत 16 आना दिगर का सक्रिय सहयोग है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है