बोकारो के चुनाव कार्यालयों में पसरा रहा सन्नाटा

मतदान संपन्न होने के बाद रविवार को बोकारो के चुनाव कार्यालयों में सन्नाटा पसरा रहा.

By Prabhat Khabar News Desk | May 27, 2024 12:06 AM

चुनावी थकान मिटाने के लिए अधिकतर नेता व कार्यकर्ता घरों में रहे

सुबह से लेकर देर रात तक चुनावी कार्यालयों में गहमा-गहमी रहती थी

बोकारो.

बोकारो में शनिवार को चास व चंदनकियारी में हल्की नोक-झोंक के साथ मतदान सकुशल संपन्न हो गया. देर रात तक चुनाव में प्रयुक्त इवीएम व वीवीपैट मशीन संग अन्य कागजात कृषि बाजार समिति-चास परिसर के बने स्ट्रांग रूम में जमा हो गये. इसी के साथ लोकसभा चुनाव लड़ने वाले प्रत्याशियों के कार्यालय में सुबह से लेकर देर रात चल रही चुनावी हलचल भी मतदान होते ही सन्नाटा पसर गया. रविवार को सभी पार्टियों के चुनावी कार्यालयों में दिन भर सन्नाटा पसरा रहा.

एक माह तक रही चहल-पहल :

लोकसभा चुनाव को लेकर बड़े दलों के साथ छोटे दलों ने भी रणनीति बनानी शुरू कर दी थी. बोकारो व चास में जगह-जगह कार्यालय खोलकर समर्थक व बड़े नेताओं संग बैठक कर सभी ने चुनावी की कमान संभाल रखी थी. सुबह से देर रात तक इन कार्यालयों में गहमा-गहमी रहती थी. लगभग एक माह तक कार्यालय चहलकदमी से पूरी तरह गुलजार रहे. शनिवार को मतदान संपन्न होते ही भाजपा, कांग्रेस, राजद, झामुमो के कार्यालय सहित अन्य दलों के कार्यालय में सन्नाटा छा गया.

न तो नेता दिखाई दिये और ना ही कार्यकर्ता : मतदान से पूर्व तक गुलजार रहनेवाले चुनाव कार्यालयों में मतदान के बाद न तो नेता दिखाई दे रहे हैं और न ही प्रमुख कार्यकर्ता की भीड़ दिख रही है. कहीं-कहीं तो एक-दो कार्यकर्ता बैठकर गप्पें मारते नजर आये और अपने दल को जिताने का दावा कर रहे हैं. चुनाव बीतते ही विभिन्न दलों के प्रत्याशियों के चुनाव कार्यालयों में रविवार को सन्नाटा पसरा रहा.

अब नहीं सुनाई देती प्रचार की रणनीतिलोकसभा चुनाव में होने वाले मतदान से कई दिनों पूर्व ही राजनीतिक दलों ने चुनाव कार्यालय खोले थे. इन कार्यालयों में चुनाव के दौरान प्रचार की रणनीति बनायी जा रही थी. मतदान की पूर्व संध्या वाले दिन शुक्रवार तक तो इन कार्यालयों में खूब गहमा-गहमी दिखी. शनिवार को मतदान संपन्न होने के बाद रविवार को सभी कार्यालयों में सन्नाटा पसरा रहा. इन कार्यालयों में मतदान से पूर्व लग्जरी वाहनों की भी खूब भीड़ रही. मतदान के बीतते ही ये सभी लग्जरी गाड़ियां क्षेत्र से गायब हो गयीं.

कहीं कार्यालय का नामो-निशान नहीं, तो कहीं एक-दो दिखे””प्रभात खबर”” ने रविवार की दोपहर चुनाव कार्यालयों की ओर रुख किया. सिटी सेंटर सेक्टर चार में भाजपा के चुनाव कार्यालय में एक भी कार्यकर्ता कार्यालय के आसपास भी नजर नहीं आया. दूसरी ओर, सिटी सेंटर में ही मंडल भाजपा चुनाव कार्यालय का भी यही हाल था. सिवनडीह में बने कांग्रेस के चुनाव कार्यालय में कार्यालय प्रभारी मुख्तार अंसारी एक-दो कार्यकर्ता संग बात कर रहे थे. चास में योधाडीह मोड़ के निकट खुले कांग्रेस के कार्यालय का नामो-निशान ही नहीं था. टेंट खुल चुका था.

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