10.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

Dhanbad News : अब विश्वविद्यालय खुद नहीं करा सकेंगे पीएचडी प्रवेश परीक्षा

नेट और जेआरएफ के स्कोर के आधार पर अब मिलेगा पीएचडी में नामांकन

बिनोद बिहारी महतो कोयलांचल विश्वविद्यालय समेत कोई भी विश्वविद्यालय अब अलग से पीएचडी प्रवेश परीक्षा नहीं करा सकेंगे. विश्वविद्यालय अनुदान आयोग ने पीएचडी के नामांकन के नियमों में बदलाव कर दिया है. पीएचडी में एडमिशन के लिए अभ्यर्थियों को नेट परीक्षा पास करनी होगी. यूजीसी के नये नियम के अनुसार नेट की परीक्षा पास करने वाले अभ्यर्थी जून 2024 से अब तीन श्रेणियों के लिए योग्य माने जायेंगे. नये नियमों के अनुसार जिन उम्मीदवारों का नेट परीक्षा में अधिक पर्सेंटाइल होगा, उसे श्रेणी वन में रखा जायेगा. ये अभ्यर्थी असिस्टेंट प्रोफेसर जेआरएफ और पीएचडी करने के योग्य माने जायेंगे. अधिक पर्सेंटाइल वाले अभ्यर्थियों को पीएचडी में दाखिले के लिए सिर्फ इंटरव्यू देना होगा. इसी तरह श्रेणी दो के तहत मध्यम पर्सेंटाइल वाले अभ्यर्थियों को रखा जायेगा, जो असिस्टेंट प्रोफेसर और पीएचडी में एडमिशन के योग्य माने जायेंगे. इसके बाद नंबर आता है नेट परीक्षा में सबसे कम पर्सेंटाइल पाने वाले उम्मीदवारों का. इन्हें श्रेणी तीन में रखा जायेगा और ये सिर्फ पीएचडी में दाखिले के योग्य माने जायेंगे.

श्रेणी दो और तीन के लिए नेट स्कोर एक वर्ष के लिए मान्य :

पीएचडी में एडमिशन के लिए नेट की परीक्षा में पास अभ्यर्थियों के नेट पर्सेंटाइल को 70 प्रतिशत वेटेज दिया जाएगा. वहीं 30 प्रतिशत वेटेज साक्षात्कार का होगा. साक्षात्कार के लिए श्रेणी दो और तीन वाले अभ्यर्थियों का नेट स्कोर सिर्फ एक साल के लिए मान्य होगा. उन्हें एक वर्ष के अंदर पीएचडी में एडमिशन लेना होगा. अगर वह इस अवधि में पीएचडी में एडमिशन नहीं ले पाते हैं, तो उन्हें एक साल बाद इसका लाभ नहीं मिलेगा. इसके बाद पीएचडी में दाखिले के लिए दोबारा नेट की परीक्षा पास करनी होगी.

साक्षात्कार के लिए 30 प्रतिशत वेटेज :

बीबीएमकेयू के परीक्षा नियंत्रक डॉ सुमन कुमार वर्णवाल ने बताया कि श्रेणी दो और तीन के तहत अर्हता प्राप्त करने वाले अभ्यर्थियों के लिए, 70 प्रतिशत वेटेज नेट स्कोर को दिया जायेगा, जबकि 30 प्रतिशत पीएचडी प्रवेश के लिए साक्षात्कार को आवंटित किया जायेगा. प्रवेश प्रक्रिया नेट अंकों और साक्षात्कार परीक्षा के प्रदर्शन की संयुक्त योग्यता के आधार पर निर्धारित की जायेगी.

आजसू छात्र संघ ने की पीएचडी प्रवेश परीक्षा आयोजित करने की मांग :

आजसू छात्र संघ ने शनिवार को कुलपति प्रो रामकुमार सिंह ने मिलकर विवि में छात्रों के लिए जल्द से जल्द पीएचडी प्रवेश परीक्षा आयोजित करने की मांग की है. विक्की कुमार के नेतृत्व में द्वितीय पीएचडी प्रवेश परीक्षा (पीइटी) आयोजित करने के संबंध में कुलपति डॉ राम कुमार सिंह को ज्ञापन सौंपा गया. विक्की ने बताया कि हमारे विश्वविद्यालय में पहली बार पीएचडी प्रवेश का परीक्षा 2022 में हुई थी. इसके बाद से अभी तक दूसरी पीइटी आयोजित नहीं हुई है. मौके पर सुमित कुमार, बंटी हरी, विष्णु गोप मौजूद थे.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें