कोर्ट रोड स्थित सदर अस्पताल में पानी की बर्बादी को रोकने के लिए वाटर ट्रीटमेंट प्लांट की व्यवस्था की जा रही है. अस्पताल परिसर में एफ्लुएंट ट्रीटमेंट प्लांट लगाने का कार्य शुरू कर दिया गया है. इसके माध्यम से अस्पताल से निकलने वाली पानी को रिसाइकल कर दुबारा इस्तेमाल के लायक बनाया जायेगा. मशीन स्थापित करने का काम लगभग पूरा हो चुका है. बता दें कि स्वास्थ्य चिकित्सा, शिक्षा एवं परिवार कल्याण विभाग की ओर से अस्पताल परिसर में मशीन लगायी जा रही है. इसका उद्देश्य पानी को बर्बादी को रोकना और जल संरक्षण करना है. धनबाद के अलावा राज्य के सभी जिलों में स्थित सदर अस्पताल में एफ्लुएंट ट्रीटमेंट प्लांट लगाने की योजना है. स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के अनुसार रांची समेत अन्य विभिन्न जिलों में स्थित सदर अस्पताल में मशीन लगाने का कार्य पूरा हो चुका है.
एक दिन में दो लाख लीटर गंदे पानी की होगी रिसाइकलिंग :
ट्रीटमेंट प्लांट की मदद से एक दिन में दो लाख लीटर तक के गंदे पानी को दोबारा इस्तेमाल के योग्य बनाया जा सकेगा. ट्रीटमेंट प्लांट के लग जाने से भूमिगत जलस्तर को भी बरकरार रखा जा सकेगा. ट्रीटमेंट के बाद पानी के स्टोरेज की भी व्यवस्था अस्पताल परिसर में की गयी है. वाटर ट्रीटमेंट प्लांट को अस्पताल के पिछले हिस्से स्थापित किया जा रहा है.वर्जन
पानी को संरक्षित करने के उद्देश्य से सदर अस्पताल में एफ्लुएंट ट्रीटमेंट प्लांट लगाया जा रहा है. इससे पानी की बर्बादी रूकेगी. रिसाकल किये गये पानी का इस्तेमाल विभिन्न कार्यों में किया जायेगा. इससे लंबे समय तक अस्पताल में पानी की कमी नहीं होगी.डॉ चंद्रभानु प्रतापन,
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