मुख्य संवाददाता, धनबाद,
सीडब्ल्यूसी के प्रयास से गुरुवार को पश्चिम बंगाल के बर्दमान और मालदा जिले के तीन बच्चों को उनका परिवार मिल गया. बर्दमान पुलिस बच्चों को लेने सीडब्ल्यूसी आयी थी. दरअसल, दो माह पूर्व तकरीबन 12 और दस साल के दो आदिवासी बच्चे धनबाद स्टेशन पर चाइल्ड लाइन द्वारा रेस्क्यू किये गये थे. दोनों बच्चे विस्तृत कुछ बता नहीं पा रहे थे. बच्चों को सहयोग विलेज बोकारो में आवासित किया गया था. इस संबंध में सीडब्ल्यूसी ने बंगाल सरकार को जांच के लिए लिखा था, लेकिन बच्चों के वहां के नहीं होने की बात बतायी गयी थी. सीडब्ल्यूसी अध्यक्ष उत्तम मुखर्जी ने बताया खुद के नेटवर्क और सहयोग विलेज के प्रमुख ओमप्रकाश के साथ मिलकर जांच करवाई, तो पता चला कि दोनों बच्चे पश्चिम बंगाल स्थित बर्दमान जिले के गलसी थाना क्षेत्र के हैं. दोनों गरीब आदिवासी परिवार से हैं. एक बच्चे के पिता की मृत्यु हो चुकी है. मां भी कहीं चली गयी है. चाची लालन-पालन करती है. चाची को देखकर बच्चा लिपटकर रोने लगा. गलसी थाना प्रभारी के निर्देश पर रामकृष्ण मण्डल व अन्य अधिकारी अभिभावकों के साथ दोनों बच्चों को लेने आये थे. वहीं, पश्चिम बंगाल के ही मालदा जिले के मुस्लिम परिवार का 12 वर्षीय बच्चा धनबाद स्टेशन से पिछले दिनों रेस्क्यू हुआ था. सीडब्ल्यूसी ने वहां के जनप्रतिनिधियों से बातचीत कर अभिभावकों को ढूंढ़ निकाला. बच्चे को उसकी मां और परिजन आज ले गये. चाइल्ड लाइन के उदय कुमार ने समन्वय किया, जबकि अध्यक्ष के अलावा प्रेम कुमार, मीरा सिन्हा, ममता अरोड़ा, चंदन कुमार, अजीत दास , निखिल चंद्र मंडल उपस्थित थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है