धोखाधड़ी के आरोप में तीन ऊर्जा मित्र कार्य मुक्त, जांच शुरू

चीरागोड़ा के एक अपार्टमेंट का लाखों रुपये का बिल कम कराने के लिए सोसाइटी से चार लाख रुपये लेने का लगा है आरोप

By Prabhat Khabar News Desk | April 22, 2024 12:38 AM

वरीय संवाददाता, धनबाद,

झारखंड बिजली वितरण निगम लिमिटेड (जेबीवीएनएल) के साथ धोखाधड़ी के आरोप में तीन ऊर्जा मित्रों के खिलाफ जांच शुरू हो गयी है. जेबीवीएनएल को बिजली बिल के रूप में मिलने वाली लाखों रुपये की राशि कम कराने के एवज में तीन ऊर्जा मित्रों पर चीरागोड़ के एक अपार्टमेंट की सोसाइटी से चार लाख रुपये लेने का आरोप है. कहा जा रहा है कि अपार्टमेंट का कॉमर्शियल बिल लाखों में पहुंच गया था. इसे कम कराने के एवज में ऊर्जा मित्र अरिजित मिश्रा, पंकज रवानी व विश्वास ने सोसाइटी से पैसे लिये. अपार्टमेंट में लगा बिजली का मेन मीटर क्षतिग्रस्त करने का आरोप भी लगा है. मामला प्रकाश में आने के बाद अधीक्षण अभियंता एसके कश्यप के नेतृत्व में जांच शुरू कर दी है. ऊर्जा मित्रों को कार्य मुक्त भी कर दिया गया है. शनिवार को मामले की जांच के लिए अधीक्षण अभियंता एसके कश्यप, कार्यपालक अभियंता शिवेंद्र कुमार चीरागोड़ स्थित उक्त अपार्टमेंट भी पहुंचे थे.

मीटर खराब कर एवरेज बिल बनाने का आरोप :

जेबीवीएनएल के अधिकारियों के अनुसार तीनों ऊर्जा मित्र पर अपार्टमेंट में लगा मेन कॉमर्शियल मीटर को शॉर्ट- सर्किट से खराब करने का आरोप है. सोसाइटी की साथ सांठ-गांठ कर पहले तीनों ऊर्जा मित्रों ने मीटर को खराब किया. बाद में नया मीटर लगवाया गया. खुद से मीटर खराब की रिपोर्ट तैयार की. इलाके के जेइ को अपने भरोसे में लेकर रिपोर्ट पर हस्ताक्षर ले लिया. बाद में एवरेज बिल तैयार कर अपार्टमेंट की सोसाइटी को लाभ पहुंचाया गया.

जेबीवीएनएल के अधिकारियों की मिलीभगत की भी हो रही जांच :

मामले में ऊर्जा मित्रों के साथ जेबीवीएनएल के अधिकारियों की मिलीभगत की भी जांच की जा रही है. अधीक्षण अभियंता एसके कश्यप ने बताया कि मामले को लेकर अपार्टमेंट से जुड़े सारे दस्तावेज की जांच शुरू की गयी है. अपार्टमेंट में मीटर लगने से लेकर हर माह के बिल की जांच की जा रही है. मामले में अधिकारियों की मिलीभगत तो नहीं, इस बिंदु को भी देखा जा रहा है.

आरोप सिद्ध होने पर दर्ज करायेंगे एफआइआर : अधीक्षण अभियंता

अधीक्षण अभियंता एसके कश्यप ने कहा कि जेबीवीएनएल के साथ धोखाधड़ी का मामला प्रकाश में आने के बाद जांच शुरू कर दी गई है. ऊर्जा मित्र के साथ अपार्टमेंट के सोसाइटी से जुड़े पदाधिकारियों से भी पूछताछ की गयी है. शुरुआती जांच में धोखाधड़ी से जुड़ी जानकारी मिली है. दस्तावेज खंगाला जा रहा है. आरोप सिद्ध होने पर एफआइआर दर्ज कराई जायेगी.

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