dhanbadnews:शोधकर्ताओं की उपलब्धियों को सराहने का समय : सुकुमार

केन्द्रीय खनन एवं ईंधन अनुसंधान संस्थान का 78वां स्थापना दिवस रविवार को मनाया गया. इस अवसर पर आइआइटी आइएसएम के निदेशक प्रो सुकुमार मिश्र ने शोधकर्ताओं को सम्मानित करने की जरूरत बतायी.

By Prabhat Khabar News Desk | November 18, 2024 12:58 AM

केन्द्रीय खनन एवं ईंधन अनुसंधान संस्थान का 78वां स्थापना दिवस रविवार को मनाया गया. इस अवसर पर आयोजन समारोह में आइआइटी आइएसएम के निदेशक प्रोफेसर सुकुमार मिश्र ने कहा है कि शोधकर्ताओं को सम्मानित व उनकी सराहना करने की जरूरत है, ताकि उनका उत्साहवर्धन हो.

धनबाद.

आइआइटी आइएसएम के निदेशक प्रोफेसर सुकुमार मिश्र ने कहा है कि शोधकर्ताओं को सम्मानित व उनकी सराहना करने की जरूरत है, ताकि उनका उत्साहवर्धन हो. यह बातें प्रोफेसर मिश्रा ने रविवार को केन्द्रीय खनन एवं ईंधन अनुसंधान संस्थान (सीआइएमएफआर) के 78वें स्थापना दिवस समारोह को संबोधित करते हुए कहीं. समारोह की अध्यक्षता सिंफर के निदेशक प्रोफेसर अरविंद कुमार मिश्रा ने की. आइआइटी आइएसएम के निदेशक ने कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआइ) की उद्योगों में भूमिका पर प्रकाश डाला. उन्होंने बताया कि कैसे चैटजीपीटी जैसी तकनीकें अनुसंधान पद्धतियों को बदल रही हैं. शोधकर्ताओं की उपलब्धियों को सम्मानित करने की आवश्यकता पर जोर देते हुए कहा कि इससे सकारात्मक कार्य वातावरण को बढ़ावा मिलता है और संगठनों में खुशी के स्तर को बढ़ाता है. उत्पादकता में भी सुधार होता है. उन्होंने अंतर्विभागीय अनुसंधान के महत्व और सिंफर तथा आइआइटी आइएसएम के बीच सहयोग की संभावना को भी रेखांकित किया. उन्होंने नई दिशा में सहयोग के लिए प्रस्ताव दिया और एक समन्वित दृष्टिकोण की आवश्यकता पर जोर दिया. इसमें नीति निर्माण, प्रौद्योगिकी और व्यवसाय को मिलकर नवाचार को आगे बढ़ाने की बात की.

खनन, ईंधन के क्षेत्र में सिंफर की भूमिका अहम : निदेशक

सिंफर के निदेशक प्रोफेसर अरविंद कुमार मिश्रा ने संस्थान की स्थापना में योगदान देने वाले प्रमुख व्यक्तित्वों का उल्लेख किया. उन्होंने संस्थान की खनन और ईंधन क्षेत्रों में अग्रणी भूमिका और भारत की ऊर्जा सुरक्षा में इसके महत्वपूर्ण योगदान को रेखांकित किया. भविष्य की दिशा का भी उल्लेख किया. इसमें आइआइटी आइएसएम के साथ साझेदारी के माध्यम से अनुसंधान और प्रौद्योगिकियों में नवाचार को आगे बढ़ाने की जरूरत बतायी. मुख्य वैज्ञानिक डॉ जेके पांडे ने अतिथियों का परिचय कराया.

सिंफर के वैज्ञानिकों की भूमिका सराहनीय : चेयरमैन

सीएसआइआर के अध्यक्ष तथा सिंफर के पूर्व निदेशक प्रोफेसर डीडी मिश्रा ने सिंफर के वैज्ञानिकों के कार्यों की सराहना की. बताया कि उन्होंने हमेशा यह देखा कि संस्थान से जुड़े लोग कई क्षेत्रों में सफलता प्राप्त कर रहे हैं. यह साबित करता है कि मानव क्षमता उसकी मेहनत से परिभाषित होती है, न कि शैक्षिक डिग्रियों से. मुख्य वैज्ञानिक डॉ आशीष मुखर्जी ने धन्यवाद ज्ञापन किया.

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